Rourkela News: बच्चे की तलाश में ट्रैक पर पहुंचा हाथियों का झुंड, नौ घंटे बाधित रहा रेल यातायात
Rourkela News: ट्रेन दुर्घटना में मृत बच्चे की तलाश में हाथियों का झुंड रविवार रात बंडामुंडा ए केबिन में ट्रैक के पास आ गया. जिस कारण करीब नौ घंटे तक ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा.
Rourkela News: बंडामुंडा रेलखंड के ए केबिन के पास ट्रेन की टक्कर से 15 अक्तूबर को हाथी के बच्चे की मौत हो गयी थी. उक्त बच्चे की तलाश में 22 अन्य हाथी रविवार रात 7:00 बजे ऊपरबहाल गांव के पास नॉर्थ चिरुबेड़ा जंगल से निकल कर चक्रधरपुर रेल मंडल के एलीफेंट जोन बंडामुंडा ए केबिन रेलवे ट्रैक के पास पहुंच गये. जिससे हावड़ा-मुंबई मुख्य मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन रात 9:00 बजे से सुबह 4:00 बजे तक करीब नौ घंटे बाधित रहा. सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम स्थानीय लोगों की मदद से हाथियों को पुन: जंगल की ओर खदेड़ने में जुट गयी. मौके पर डीएफओ और बंडामुंडा पुलिस की टीम भी मौजूद रही. जानकारी के मुताबिक, रविवार देर शाम हाथियों के झुंड ने ऊपरबहाल गांव के पास चिरुबेड़ा जंगल से ए केबिन की ओर रुख किया. इसके बाद रात में हाथियों का झुंड बंडामुंडा ए केबिन के पास रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया. घटना की सूचना मिलते ही रेलवे की ओर से ट्रेनों का परिचालन ठप कर दिया गया. जिस कारण दरभंगा एक्सप्रेस व हावड़ा-मुंबई गीतांजलि एक्सप्रेस सहित करीब डेढ़ दर्जन ट्रेनें जहां-तहां रोकनी पड़ीं. वन विभाग ने चक्रधरपुर रेल मंडल को सूचना दी थी कि लाइन किनारे 22 हाथियों का झुंड घूम रहा है. इससे राउरकेला क्षेत्र में ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ. सोमवार तड़के 4:00 बजे हाथियों के झुंड को ऊपरबहाल गांव के पास चिरुबेड़ा जंगल में खदेड़ दिया गया. स्थानीय लोगों के सहयोग से वन विभाग की टीम द्वारा हाथियों को ट्रैक से खदेड़ने के बाद रेलवे ने सुबह 4:00 बजे 10 किमी घंटे की रफ्तार से हॉर्न के साथ ट्रेनों का परिचालन शुरू करने का आदेश जारी किया.
रेलवे व वन विभाग की सतर्कता से हाथियों की बची जान
छह दिन पहले बंडामुंडा में एक हाथी के बच्चे की ट्रेन के धक्के से मौत हो गयी थी. इससे हाथियों का झुंड आस-पास के जंगलों में विचरण कर रहा है. इससे वन विभाग व रेलवे की ओर हाथियों पर नजर रखा जा रहा है. रविवार रात रेलवे को वन विभाग ने हाथियों के ट्रैक पर आने की सूचना पहले दी थी. इससे रेलवे विभाग पूरी तरह सतर्क हो गया. बंडामुंडा से होकर गुजरने वाली सभी रूट की ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया. इससे वन विभाग व रेलवे की सतर्कता से कई हाथियों की जान बच गयी. सोमवार से एलीफेंट जोन में 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें चलायी जा रही हैं.कहां पर किस ट्रेन को रोका गया
1. बांगुरकेला में रात 8.08 बजे से 13351 धनबाद-एल्लेपी एक्सप्रेस2. नुआगांव में रात 8.19 बजे से 12835 हटिया-बेंगलुरु एक्सप्रेस3. भालूलता में रात 8.59 से 12860 हावड़ा-सीएसटीएम एक्सप्रेस4. कलुंगा में रात 7.55 बजे से 18126 पुरी-राउरकेला एक्सप्रेस5. राजगांगपुर में रात 7.47 बजे से 17007 सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस6. बामड़ा में रात 8.50 बजे से 12101 ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस7. भारुच में 8.51 बजे से 18006 जगदलपुर-हावड़ा समलेश्वरी एक्सप्रेस8. टांगरमुंडा में रात 8 बजे से 22840 भुवनेश्वर-राउरकेला एक्सप्रेस9. 08149 हटिया-राउरकेला पैसेंजर रांची मंडल में थी10. मनोहरपुर में रात 8.03 बजे से 08145 टाटा-राउरकेला मेमू 11. झारसुगुड़ा में रात 8.32 बजे से 12129 पुणे-हावड़ा आजाद हिंद एक्सप्रेस12. झारसुगुड़ा में रात 9.15 बजे से 07051 हैदराबाद-रक्सौलडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है