निर्मल मुंडा इस्पात हाट में मना आमको-सिमको शहीद दिवस, 85 साल बाद भी स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा नहीं मिलने पर जतायी नाराजगी
निर्मल मुंडा खुंटकटी सोसाइटी की ओर से गुरुवार को सेक्टर-19 स्थित इस्पात हाट में आमको-सिमको शहीद दिवस मनाया गया. इस आंदोलन के शहीदों को 85 साल के बाद भी स्वाधीनता सेनानी का दर्जा नहीं मिलने पर नाराजगी जतायी गयी.
राउरकेला. निर्मल मुंडा खुंटकटी सोसाइटी की ओर से गुरुवार सुबह सेक्टर-19 स्थित निर्मल मुंडा इस्पात हाट में आमको-सिमको शहीद दिवस मनाया गया. इस अवसर पर आमको-सिमको आंदोलन के नायक निर्मल मुंडा समेत अन्य शहीदों को नमन कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी. इस आंदोलन के शहीदों में निर्मल मुंडा को छोड़ कर अन्य को 85 साल के बाद भी स्वाधीनता सेनानी का दर्जा नहीं मिलने पर नाराजगी जतायी गयी. इन्हें स्वाधीनता सेनानी का दर्जा प्रदान करने की मांग पर केंद्र से लेकर राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित कराने का निर्णय लिया गया. वहीं आगामी दिनों में भी आदिवासी अस्मिता की सुरक्षा की लड़ाई सोसाइटी की ओर से जारी रखने का आह्वान किया गया. समारोह में अतिथि के तौर पर श्रमिक नेता गोपाल दास, भाजपा नेता दुर्गाचरण तांती, आरएसपी के सीनियर मैनेजर जुगल मिंज, सेवानिवृत्त एएसपी सिरिल सोरेंग ने हिस्सा लिया. मुख्य वक्ता सुंदरगढ़ जिला पेसा ग्राम सभा को-ऑर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट बुधवा जोजो समेत अन्य अतिथियों में पीटर टाेप्नो, बागी लकड़ा, सोसाइटी के अध्यक्ष बंधना टोप्पो, उपाध्यक्ष हरमन लकड़ा, कोषाध्यक्ष बलवीर कुलू, सचिव जेरोम केरकेट्टा मंचासीन थे. मंच संचालन सुंदरगढ़ जिला कुड़ुुख राजा थॉमस टोप्नो ने किया. इस समारोह में आमको-सिमको गोलीकांड में प्राण न्योछावर करनेवाले शहीदों के नाम से अंकित पट्टिका के समक्ष पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी. अतिथियों तथा कमेटी के पदाधिकारियों ने आमको-सिमको गोलीकांड की घटना पर अपने-अपने विचार रखे. इस अवसर पर निर्मल मुंडा इस्पात हाट में निर्मल मुंडा की प्रतिमा स्थापित करने, गांव-देहात से इस हाट में सब्जियां बेचनेवाली ग्रामीण आदिवासी महिलाओं की सुरक्षा के लिए शेल्टर होम बनाने की मांग रखी गयी.
आमको-सिमको के शहीदों को झामुमो जिला कमेटी ने दी श्रद्धांजलि
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की सुंदरगढ़ जिला कमेटी की ओर से गुरुवार को आमको-सिमकों के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. आमको-सिमको शहीद दिवस के अवसर पर गुरुवार को ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ इस आंदोलन के नायक स्वाधीनता सेनानी निर्मल मुंडा समेत अन्य शहीदों को नमन कर उनकी जीवनी से प्रेरणा लेकर काम करने का आह्वान किया गया. इस अवसर पर आयोजित स्मृति सभा में झामुमो नेता पातरस एक्का (बिरमित्रपुर के पूर्व विधायक व झामुमो नेता) ने इस आंदाेलन के इतिहास पर प्रकाश डाला. वहीं शहीदों को उचित सम्मान प्रदान करने में केंद्र से लेकर राज्य सरकार की विफलता पर नाराजगी जाहिर की. इसके अलावा आदिवासियों के नायक स्वाधीनता सेनानी निर्मल मुंडा की अमरगाथा को सम्मान देने के लिए राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार से राउरकेला स्टेशन का नामकरण शहीद निर्मल मुंडा के नाम पर करने की मांग रखी गयी. इस अवसर पर पटेल बार्ला, चार्ल्स किरो, रोहित सामाद, मो समीर, लूसी सुरीन, एस सामद, संजय कैथा, जिरास टोपनो, देओनिस बार्ला एवं अन्य झामुमो कार्यकर्ता उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है