स्मार्ट सिटी की छह परियोजनाओं का एडीएम ने लिया जायजा, शीघ्र पूरा करने का दिया निर्देश
शहर को स्मार्ट बनाने के लिए शुरू की गयी कई अहम परियोजनाओं में देरी हो रही है. अब इन परियोजनाओं का काम तेजी से आगे बढ़े, इसकी कवायद शुरू कर दी गयी है.
राउरकेला. शहर को स्मार्ट बनाने के लिए शुरू की गयी कई अहम परियोजनाओं में देरी हो रही है. प्रशासन को इसकी समझ है. लिहाजा अब इन परियोजनाओं का काम तेजी से आगे बढ़े इसकी कवायद शुरू कर दी गयी है. राउरकेला के एडीएम आशुतोष कुलकर्णी ने प्रशासनिक अधिकारियों की टीम के साथ शुक्रवार को इन परियोजनाओं का जायजा लिया और निर्माण एजेंसियों को शीघ्र कार्य पूरा करने का निर्देश दिया. ये सभी परियोजनायें हॉकी विश्वकप 2023 के समय या इससे पहले से चल रही हैं, लेकिन अब तक पूरी नहीं हो पायी हैं. इसबीच सूबे में सरकार बदल चुकी है लेकिन परियोजनाएं पूरी होने का नाम नहीं ले रहीं. इन परियोजनाओं को शीघ्र पूरा करने को कहा जा रहा है, ताकि इसका लाभ शहरवासियों को मिल सके.
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने 500
फ्लैट
छेंड आवासीय कॉलोनी में प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभुकों के लिए तैयार 500 फ्लैट का काम लगभग पूरा हो चुका है. यहां थोड़ा-बहुत काम बाकी है. इस कारण लाभुकों में इसका वितरण नहीं हो पा रहा है. इस कार्य को शीघ्र पूरा कर लाभुकों को फ्लैट बांटने का काम शुरू करने का निर्देश एडीएम ने दिया है. प्रशासनिक अधिकारियों की टीम के साथ उन्होंने परियोजनास्थल का दौरा किया और जरूरी निर्देश दिये. इस दौरान उन्होंने फ्लैट की स्थिति और निर्माण की क्वालिटी को भी जांचा-परखा. एडीएम के निर्देश के बाद अब उम्मीद है कि जल्द ही बस्तीवासियों को उनका नया आशियाना मिल जायेगा.
शहर को जल्द साइंस प्लेनेटोरियम की सौगात
छेंड कॉलोनी में निर्माणाधीन 25 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजना साइंस प्लेनेटोरियम का काम अब तक पूरा नहीं हुआ है. हॉकी विश्वकप के दौरान तेजी से इस पर काम हुआ, लेकिन इसके बाद शिथिलता बरती गयी. अब इसे शीघ्र पूरा करने के लिए एडीएम ने निर्देश दिया है. इस प्लेनेटोरियम से शहरवासियों को एक और मनोरंजन और ज्ञान का केंद्र मिलने वाला है.
राउरकेला-वन परियोजना का सभी को इंतजार
हॉकी चौक के पास निर्माणाधीन राउरकेला-वन कमांड सेंटर अहम परियोजना है. इसकी प्रतीक्षा सभी को है. इस कमांड सेंटर से पूरे शहर की गतिविधियों पर नजर और चौकसी रखी जानी है. शहर में जो 600 से ज्यादा कैमरों का जाल बिछाया गया है उसका कमांड सेंटर यहीं पर होगा. जहां से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था से लेकर सभी कुछ की निगरानी की जानी है. यह सेंटर शुरू नहीं होने से शहर की निगहबानी तीसरी आंख से नहीं हो पा रही है. गौरतलब है कि इसका काम तीन साल से चल रहा है. यहां पर कमांड सेंटर के अलावा एक ऑडिटोरियम भी बनाया जा रहा है जो शहर का सबसे बड़ा ऑडिटोरियम होगा. इसके बन जाने से स्मार्ट सिटी के पास अपना एक आयोजन स्थल होगा. फिलहाल बड़े आयोजनों के लिए इस्पात नगरी के सिविक सेंटर, भंजन भवन पर ही लोग निर्भर हैं.
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