एनआइटी का उन्नत भारत अभियान : ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा के विकास को तकनीक का लेंगे सहारा

एनआइटी राउरकेला की उन्नत भारत अभियान टीम ने दलपोश गांव के अपर प्राइमरी स्कूल में ग्रामीण स्कूल कनेक्ट कार्यक्रम आयोजित किया.

By Prabhat Khabar News Desk | August 10, 2024 11:17 PM

राउरकेला. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआइटी) राउरकेला की उन्नत भारत अभियान (यूबीए) टीम ने शनिवार को दलपोश गांव में अपर प्राइमरी (यूपी) स्कूल में ग्रामीण स्कूल कनेक्ट कार्यक्रम आयोजित किया. इसका उद्देश्य यूबीए गतिविधियों के माध्यम से ग्रामीण शिक्षा में बदलाव लाना है. यह ओडिया माध्यम विद्यालय ओडिशा सरकार द्वारा संचालित है और कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों को शिक्षा प्रदान करता है. जिसमें लड़कों के लिए एक आवासीय छात्रावास भी है. यूबीए के लिए क्षेत्रीय समन्वय केंद्र के रूप में कार्यरत एनआइटी राउरकेला ने पांच गांवों को गोद लिया है. झीरपानी, जमसेरा, दलपोश, मिटकुंदरी और कंसर (मुंडा टोला). शनिवार की पहल इस कार्यक्रम का हिस्सा थी, जहां एनआइटी राउरकेला के संकायों, कर्मचारियों और छात्रों सहित यूबीए एनआइटी राउरकेला की एक टीम ने स्कूल का दौरा किया. कार्यक्रम में स्कूल को ‘फ्री टू एयर डी2एच डिश टीवी’ से सुसज्जित 9 टेलीविजन सेट प्रदान किये गये. जिसका उद्देश्य शैक्षिक और सूचना-मनोरंजन चैनलों के प्रसारण तक पहुंच प्रदान करना था. इसका उद्देश्य शैक्षिक चैनलों द्वारा सुगम गतिविधि-आधारित शिक्षण के माध्यम से सुनने, संचार और बोलने के कौशल को बढ़ाना था. कार्यक्रम में स्कूली छात्रों द्वारा लोक नृत्य, एक गीत और स्वच्छ भारत जागरूकता अभियान नृत्य सहित जीवंत प्रदर्शन शामिल थे. उन्नत भारत अभियान-एनआइटी राउरकेला के टीम सदस्यों ने पूरे कार्यक्रम का समन्वय किया.

ग्रामीण स्कूलों में संसाधन साझा कर शैक्षिक विकास को बढ़ावा देंगे

मुख्य अतिथि एनआइटी राउरकेला के निदेशक प्रोफेसर के उमामहेश्वर राव ने ग्रामीण स्कूलों में संसाधनों को साझा करने और शैक्षिक और विकासात्मक विकास को बढ़ावा देने के लिए एनआइटी राउरकेला की व्यापक प्रतिबद्धता के एक हिस्से के रूप में स्कूल को गोद लेने की घोषणा की. प्रो राव ने एनआइटी राउरकेला के विद्यार्थियों को मार्गदर्शन और सलाह प्रदान करने के लिए स्वेच्छा से स्कूल का समर्थन करने के लिए शामिल करने की योजनाओं पर प्रकाश डाला. विशिष्ट अतिथि पी नीरजा (केवी एनआइटीआर की प्रिंसिपल) ने डिजिटल और मल्टी-मॉडल शिक्षा तक पहुंच के लिए पीएम ई-विद्या पहल का उपयोग करने के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने दलपोश के विद्यार्थियों को केवी एनआइटी राउरकेला आने के लिए आमंत्रित किया और शैक्षिक विकास को बढ़ावा देने के लिए भविष्य में सहयोगी कार्यक्रमों को प्रोत्साहित किया. विशिष्ट अतिथि प्रो रोहन धीमान (रजिस्ट्रार, एनआइटीआर) ने विद्यालय के विद्यार्थियों और शिक्षकों दोनों को एनआइटी राउरकेला की प्रयोगशालाओं का पता लगाने के लिए आमंत्रित किया और गोद लिए गए गांव के विद्यालयों की बेहतरी के लिए उनकी प्रतिबद्धता के लिए यूबीए-एनआइटीआर टीम को धन्यवाद दिया.

गांव में जल और परिवहन चुनौतियों के समाधान पर जोर

एनआइटी राउरकेला से विशेष आमंत्रित प्रोफेसर आरके पटेल ने गांव की जल और परिवहन चुनौतियों को संबोधित किया और व्यावहारिक समाधानों की वकालत की. कार्यक्रम में शामिल होकर बेदाना ओराम (सरपंच, जमसेरा ग्राम पंचायत) और ध्रुबा राउत (यूपी स्कूल, दलपोष के प्रधानाध्यापक) ने यूबीए टीम और एनआइटी राउरकेला को उनके समर्थन और सहयोग के लिए आभार जताया. लगभग 200 प्रतिभागियों के साथ यह कार्यक्रम विकास चुनौतियों का समाधान करने और सतत विकास में तेजी लाने के लिए उच्च शिक्षण संस्थानों और ग्रामीण समुदायों के बीच सहयोग के साझा लक्ष्य के साथ संपन्न हुआ. यूबीए एनआइटीआर की टीम में प्रोफेसर ब्रजगोपाल मिश्रा (अध्यक्ष), प्रो रामकृष्ण बिस्वाल (नोडल अधिकारी) और सम्मानित सदस्य प्रोफेसर सुजीत सेन, प्रोफेसर शेषदेव प्रधान, प्रोफेसर काकोली के पॉल, प्रोफेसर संध्यारानी बिस्वास, राजेश बेउरिया, प्रेम कुमार जेस और बनिता महाली शामिल थे.

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