Rourkela News: राउरकेला एयरपोर्ट एक्शन कमेटी का धरना 17वें दिन जारी, 26 से आमरण अनशन की चेतावनी

Rourkela News: राउरकेला एयरपोर्ट एक्शन कमेटी ने कहा है कि 25 जनवरी तक मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो 26 से आमरण अनशन किया जायेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | January 17, 2025 11:42 PM

Rourkela News: राउरकेला एयरपोर्ट एक्शन कमेटी की ओर से राउरकेला एयरपोर्ट को 4सी लाइसेंस प्रदान करने, आइएलएस की स्थापना, नाइट लैंडिंग सुविधा और सेल से जमीन एएआइ को हस्तांतरित करने की मांग पर एक जनवरी से बेमियादी धरना दिया जा रहा है. पिछले दिनों कमेटी की ओर से अपनी चार सूत्री मांगों को लेकर मशाल जुलूस निकाला गया था, जिसे शहरवासियों का समर्थन मिला था. लेकिन अभी तक भाजपा की डबल इंजन सरकार से जुड़े स्थानीय सांसद व केंद्रीय मंत्री, रघुनाथपाली विधायक समेत एएआइ प्रबंधन, सेल प्रबंधन अथवा प्रशासन का कोई भी व्यक्ति उनकी मांगें सुनने नहीं पहुंचा है. शुक्रवार को 17वें दिन यह धरना जारी रहा. इधर, कमेटी की ओर से शुक्रवार को चेतावनी दी गयी है कि 25 जनवरी तक उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो 26 जनवरी से आमरण अनशन शुरू किया जायेगा.

पूर्व केंद्रीय मंत्री समेत राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने किया धरना का समर्थन

राउरकेला एयरपोर्ट एक्शन कमेटी के इस बेमियादी धरना के पहले दिन पूर्व केंद्रीय मंत्री व राउरकेला के पूर्व विधायक सह भाजपा के वरिष्ठ नेता दिलीप राय ने मौके पर पहुंचकर समर्थन जताया था. उनके अलावा राउरकेला जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष रवि राय, माकपा नेता विष्णु मोहंती, बीजद नेता आनंद मोहंती, आम आदमी पार्टी के विनय तिवारी समेत विविध संगठनों ने इस धरना का समर्थन किया है. लेकिन अब तक सरकार अथवा प्रशासन ने इनकी कोई सुध नहीं ली है.

उद्योग, शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा के विकास में बाधक है कमजोर हवाई सेवा

स्मार्ट सिटी राउरकेला के विकास में हवाई सेवाओं का अभाव बाधक है. नियमित विमान सेवा नहीं होने के कारण शहर में उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा का विकास नहीं हो पा रहा है. 2023 हॉकी विश्व कप के दौरान शुरू की गयी राउरकेला-भुवनेश्वर विमान सेवा बाद में केवल कोलकाता तक सीमित कर दी गयी. राउरकेला हवाई अड्डा पर आइएलएस सुविधा नहीं होने के कारण खराब मौसम में विमानों की लैंडिंग नहीं हो पाती है. जिस कारण अक्सर फ्लाइट रद्द रहने की शिकायतें आती रही हैं. देश के पहले राष्ट्रीय उद्यम राउरकेला स्टील प्लांट से शुरू होकर जिले में बड़ी संख्या में अन्य कल-कारखाने हैं. हवाई सेवाओं की कमी के कारण बड़े निवेशक यहां नहीं आ पाते. जिससे औद्योगिक विकास के लिए स्वस्थ माहौल नहीं बन पाता. साथ ही राज्य और देश के शीर्ष डॉक्टरों को यहां के सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों और अन्य निजी अस्पतालों में लाने में हवाई सेवा एक बड़ी बाधा है. इन्फोसिस से लेकर बड़ी-बड़ी आइटी कंपनियों को यहां लाने के लिए हवाई सेवा को विकसित करने की आवश्यकता लंबे समय से महसूस होती रही है.

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