Bhubaneswar news: क्योंझर लोकसभा सीट से सांसद अनंत नायक ने गुरुवार को लोकसभा में नियम 377 के तहत अपने संसदीय क्षेत्र के आनंदपुर सब डिवीजन में रेलवे कनेक्टिविटी का मुद्दा उठाया. उन्होंंने इस इलाके को रेलवे नेटवर्क से जोड़ने की मांग की. नायक ने कहा कि सांस्कृतिक और बौद्धिक रूप से समृद्ध, प्रमुख रूप से आदिवासी और खनिज-संपन्न क्षेत्र आनंदपुर का इलाका रेलवे से जुड़ा हुआ नही हैं. रेलवे कनेक्टिविटी की कमी के कारण आनंदपुर नो-इंडस्ट्री जोन हो गया है, जिसके परिणामस्वरूप बेरोजगारी में वृद्धि हो रही है.
रोजगार का होगा सृजन, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
श्री नायक ने हरिचंदनपुर से धामरा तक आनंदपुर होते हुए रेलवे ट्रैक के निर्माण का प्रस्ताव रखा और कहा कि यह कनेक्शन क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण अवसंरचना प्रदान करेगा, जो उद्योग और पर्यटन दोनों के लिए फायदेमंद होगा. उन्होंने कहा कि क्योंझर जिले के लोहा, मैंगनीज और क्रोमाइट खनिजों से राज्य और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान होने के बावजूद इस क्षेत्र में अभी तक कोई उद्योग नहीं है, जिससे आर्थिक ठहराव बढ़ गया है. नायक के अनुसार, प्रस्तावित रेलवे लाइन न केवल औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगी, बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न करेगी. इसके अतिरिक्त, नायक ने क्षेत्र की समृद्ध पर्यटन संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला, जिसमें घाटगांव में मां तारिणी मंदिर, गुंडिचाघगी जलप्रपात, दारागुदिशिला पिकनिक स्थल, सालंदी नदी के किनारे हदगढ़ इको टूरिज्म केंद्र, चक्रतीर्थ गुफा और गड़चंडी मंदिर जैसे प्रमुख आकर्षण शामिल हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पर्याप्त परिवहन व्यवस्था के अभाव में कई पर्यटक इन स्थलों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि रेलवे कनेक्टिविटी के परिचालन से पर्यटन अवसंरचना में सुधार होगा और राज्यभर से पर्यटकों को आकर्षित किया जायेगा. इसके अलावा, नायक ने यह भी उल्लेख किया कि क्षेत्र के खनिजों को धामरा पोर्ट तक परिवहन करने में रेलवे लिंक से काफी सुधार होगा, जिससे परिवहन लागत में कमी आएगी और सड़क यातायात की समस्या हल होगी.
क्योंझर जिले में वैगन रिपेयरिंग फैक्ट्री स्थापित करने की मांग दोहरायी
भुवनेश्वर. सांसद अनंत नायक ने गुरुवार को लोकसभा में क्योंझर जिले में रेलवे वैगन रिपेयरिंग फैक्ट्री स्थापित करने की मांग की है. श्री नायक ने कहा कि इसके स्थापना होने से न केवल आर्थिक विकास की गति तेज होगी, बल्कि स्थानीय जनजातीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढे़ंगे. श्री नायक ने कहा कि क्योंझर जिला ओडिशा का एक प्रमुख खनिज उत्पादक क्षेत्र है. क्योंझर राज्य के कुल खनिज उत्पादन का लगभग 28 प्रतिशत योगदान देता है. रेल डिब्बों (वैगन) की कमी यहां एक बड़ी समस्या है. खनिजों की भारी मांग के बावजूद समय पर वैगन उपलब्ध नहीं हो पाते, जिससे खनिज लदान और बाहर भेजने में देरी होती है. क्योंझर में मौजूद खनिज संपदा के समुचित उपयोग और प्रबंधन के लिए यहां एक रेल वैगन रिपेयरिंग फैक्ट्री स्थापित की जानी जरूरी है. उन्होंने कहा कि इससे यहां से निकलने वाले खनिजों का समय पर लदान कर बाहर भेजा जा सके और वैगनों की कमी के कारण होने वाले नुकसान से बचा जा सके.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है