बंडामुंडा. रेलनगरी बंडामुंडा के ए सेक्टर स्थित रेलवे स्कूल (लाल स्कूल) कई सालों से बंद पड़ा है. इसका कोई उपयोग नहीं होने से खंडहर के रूप में तब्दील हो गया है. जगह-जगह घास व कांटेदार झाड़ियां उग आयी हैं. इसके अलावा यह असामाजिक तत्वों का अड्डा बनता जा रहा है. अंचल के बुद्धिजीवी वर्ग की मांग है कि यदि इस स्कूल की मरम्मत कर किसी सामाजिक संगठन को सौंप दिया जाये, तो इस स्कूल का सही इस्तेमाल हो सकेगा. रेलवे विभाग की ओर से इसे मिनी स्वास्थ्य केंद्र या बैंक ग्राहक सेवा केंद्र में तब्दील कर दिया जाये, तो अंचल के लोग लाभान्वित होंगे. इसके अलावा लोगों का यह भी कहना है कि यदि बंडामुंडा में रेलवे के सर्वो द्वारा संचालित टिनी ट्यास स्कूल को अगर इस लाल स्कूल में स्थानांतरित कर दिया जाये, तो बच्चों को खुली वादियों में बेहतर शिक्षा का वातावरण हासिल हो सकेगा और इस खंडहरनुमा बंद स्कूल का सही इस्तेमाल हो सकेगा.
लाल स्कूल का पुनर्निर्माण कराये रेलवे
समाजसेवी धीरेन मल्लिक ने कहा कि बंडामुंडा ए सेक्टर स्थित रेलवे का लाल स्कूल कई सालों से बंद होने के कारण खंडहर में तब्दील हो गया है. रेलवे प्रशासन व जनप्रतिनिधियों द्वारा नजरअंदाज करने के कारण यह स्कूल परिसर पूरी तरह असुरक्षित है. इस लाल स्कूल का पुनर्निर्माण करने की मांग स्थानीय लोग करते रहे हैं. चक्रधरपुर के उच्च अधिकारियों को भी इससे अवगत कराया गया है.
रेलवे के उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लायेंगे मामला
दक्षिण पूर्व रेलवे मेस यूनियन, बंडामुंडा के अध्यक्ष राजा मुखर्जी ने कहा कि लाल स्कूल के नाम से प्रसिद्ध यह बंडामुंडा का बहुत पुराना स्कूल आज खंडहर में तब्दील हो गया है. इस स्कूल में हजारों की संख्या में बच्चे अपने उज्ज्वल भविष्य की कामना को लेकर शिक्षा ग्रहण करने आते थे. लेकिन कई सालों से बंद रहने के कारण स्कूल के अंदर झाड़ियां उग आयी हैं. यह शरारती तत्वों का अड्डा बन गया है. हमारा संगठन इस मामले को रेलवे के उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लायेगा.
स्कूल की मरम्मत कर कायाकल्प किया जाये
किशोर न्यायालय सुंदरगढ़ के अधिवक्ता भरतभूषण पांडे ने कहा कि बंडामुंडा ए सेक्टर स्थित रेलवे लाल स्कूल में कभी बच्चे पढ़ते और खेलते थे. इसी स्कूल से पढ़ कर बच्चों ने क्षेत्र का नाम रोशन किया था. आज यह स्कूल खंडहर बन कर रह गया है और असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है. रेल प्रशासन से निवेदन करता हूं कि इस स्कूल की मरम्मत कर इसका कायाकल्प कराया जाये.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है