राउरकेला, सुंदरगढ़ जिले का बणई अनुमंडल के केबलांग थाना अंतर्गत बी-झारबेड़ा गांव में भालू के हमले में पति व पत्नी गंभीर रूप से घायल हाे गये. घायल पति-पत्नी को इलाज के लिये पहले लहुणीपाड़ा अस्पताल लाया गया. जहां से बेहतर इलाज के लिये राउरकेला सरकारी अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया है. वहां पर दोनों की स्थिति गंभीर बतायी जा रही है. जानकारी के अनुसार मंगलवार को यह दंपती पास के जंगल से जलावन की लकड़ी लाने के लिये गये थे. उसी समय जंगल से निकले दो भाई ने पति मन मुंडा व पत्नी बेल मुंडा पर हमला कर दिया. जिससे उनके सिर, हाथ व चेहरे को काट खाया था. वे लोग किसी तरह उनके चंगुल से बचकर जंगल से बाहर निकले. जिससे स्थानीय लोगों ने उनकी यह हालत देखने के बाद इलाज के लिये लहुणीपाड़ा अस्पताल में भर्ती कराया. जहां पर प्राथमिक चिकित्सा के बाद दोनों को राउरकेला सरकारी अस्पताल रेफर कर दिया गया है.
बरगढ़ में हाथी के हमले में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत
बारगढ़.
ओडिशा के बारगढ़ जिले के पाइकमल रेंज के अंतर्गत सलादीहा गांव में जंगली हाथियों ने एक ही परिवार के तीन सदस्यों – एक महिला और उसके दो बच्चों को कुचल कर मार डाला. सूत्रों के अनुसार, सोमवार की रात गर्मी और उमस के कारण परिवार के सदस्य घर के पिछवाड़े में सो रहे थे, तभी यह घटना हुई. मृतकों की पहचान पाना बरिहा, उनकी बेटी सुनंदा (10) और बेटा आदित्य (3) के रूप में हुई है. जंबो हमले में पाना के पति बिपिन, बेटा मंटू (7) और ससुर जटिया गंभीर रूप से घायल हो गए. उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. ऐसा प्रतीत होता है कि हाथियों का एक झुंड भोजन की तलाश में भटककर गांव में आ गया और फिर पाना के घर पर हमला कर दिया, जिससे तीनों की मौत हो गयी. घटना से इलाके में तनाव फैल गया. पुलिस आक्रोशित ग्रामीणों को शांत करा रही थी. इस बीच, स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि वन विभाग ने उन्हें उस इलाके में हाथियों की मौजूदगी के बारे में सूचित नहीं किया था जिसके लिए यह घटना हुई.सोनपुर में चलती ट्रेन से गिरकर युवक की मौत
सोनपुर.ओडिशा के सुबरनापुर जिले में सोमवार को एक रेलवे स्टेशन पर फिसलकर ट्रेन के नीचे आ जाने से एक युवक की मौत हो गयी. सूत्रों के अनुसार, युवक की पहचान जिले के डुंगुरीपल्ली पुलिस स्टेशन के अंतर्गत अगलपुर गांव के अनिल कुंभार के रूप में हुई है, जो डुंगुरिपल्ली स्टेशन पर अपनी मां और बहन को छोड़ने गया था. अनिल की मां और बहन को राउरकेला जाने के लिए इस्पात एक्सप्रेस पकड़नी थी. ट्रेन के आने पर उन्हें उसमें चढ़ने की जल्दी करनी पड़ी क्योंकि उसके रुकने का समय केवल तीन मिनट था. इसके अलावा गर्मी की छुट्टियां और रज उत्सव की छुट्टियां समाप्त होने के कारण ट्रेन में यात्रियों की भारी भीड़ थी. हालांकि, अनिल अपनी मां और बहन को ट्रेन में चढ़ाने में कामयाब रहे. वह डिब्बे से उतरने ही वाला था कि ट्रेन चल पड़ी. हड़बड़ी में अनिल का पैर फिसल गया और वह चलती ट्रेन के नीचे आ गया. राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने शव बरामद कर मामला दर्ज कर लिया है. बाद में, उन्होंने शव को डुंगुरिपल्ली पुलिस स्टेशन की एक टीम को सौंप दिया, जो सूचना मिलने पर स्टेशन पर पहुंची थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है