Jharsuguda News: किरमिरा ब्लॉक में अविश्वास प्रस्ताव काे लेकर बीजद व भाजपा आमने-सामने, गरमायी राजनीति
Jharsuguda News: झारसुगुड़ा की किरमिरा पंचायत समिति अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बीजद-भाजपा आमने-सामने आ गयी हैं.
Jharsuguda News: झारसुगुड़ा जिला की किरकिरा पंचायत समिति अध्यक्ष कृष्ण प्रिया साहू के खिलाफ 13 सितंबर को लाये गये अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जिले की राजनीति गरमा गयी है. दोनों प्रमुख राजनीतिक दल बीजद व भाजपा आमने-सामने आ गये है और एक-दूसरे के खिलाफ आरोप प्रत्यारोप करने में लगे हैं. पंचायत समिति अध्यक्ष कृष्ण प्रिया साहू के पति तेजराज साहू ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन कर जहां पूर्व विधायक दीपाली दास पर निशाना साधा, वहीं बीजद ने पलटवार किया.
निजी हितों के लिए सस्ती राजनीति कर रहीं पूर्व विधायक : तेजराज साहू
किरकिरा पंचायत समिति अध्यक्ष के पति तेजराज साहू ने कहा कि पूर्व विधायक दीपाली दास अब तक अपनी हार स्वीकार नहीं कर पा रही हैं. वह निजी हितों के लिए सस्ती राजनीति कर रही हैं. उनकी नाराजगी मुझसे है, तो वे मुझे कहें. लेकिन इसकी आड़ लेकर भाजपा या प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करना उन्हें शोभा नहीं देता. उन्होंने कहा कि गत चुनाव के पहले मैंने अपने समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी. जिस कारण उन्हें लग रहा है कि मेरी वजह से ही उनकी हार हुई है. यही वजह है कि वे किरकिरा पंचायत समिति अध्यक्ष, जो मेरी धर्मपत्नी हैं, उनको हटाने में लगी हैं. तेजराज साहू ने कहा कि पंचायत समिति अध्यक्ष का चुनाव बिना किसी दल के होता है. इसमें राजनीतिक दल बाहर से समर्थन करते हैं. लेकिन एक पंचायत समिति के अध्यक्ष को हटाने के लिए बीजद व भाजपा करना सस्ती राजनीति है. उन्होंने कहा कि पंचायत समिति सदस्य व सरपंच द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. उपजिलाधीश नियमानुसार इसके लिए एक तिथि तय कर मतदान करायेंगे.
अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान की तिथि तय नहीं होने तक जारी रहेगा आंदोलन : बीजद
किरमिरा ब्लॉक बीजद की ओर से बुधवार की संध्या पांच बजे स्थानीय बेहरामाल स्थित एक होटल में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाते हुए कहा गया कि पंचायत समिति अध्यक्ष के पति तथा भाजपा नेता तेजराज साहू बिना किसी तथ्य के निराधार आरोप लगा रहे हैं. श्री साहू कहते हैं कि समिति सदस्य व सरपंच के 13 सितंबर से गायब रहने से पंचायत समिति कि बैठक नहीं हो रही है और विकास कार्य रुक गया है. सवाल यह है कि पंचायत समिति कि बैठक गत 15 महीनों से नहीं हो रही है, तब वे कहां थे. बीजद नेताओं ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर नियमानुसार एक माह के अंदर उपजिलाधीश को एक तिथि तय कर इस पर चर्चा कर समाधान करना चाहिए. लेकिन प्रशासन सरकार के दबाव में रह कर अविश्वास प्रस्ताव की तिथि तय नहीं कर रहा है, जो कि सीधे गणतंत्र कि हत्या है. जब तक अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान की तिथि तय कर इसका समाधान नहीं किया जाता, हमारा आंदोलन जारी रहेगा. मौके पर जिला बीजद अध्यक्ष रवि सिंह सहित बीजद के कृषक मोर्चा अध्यक्ष जगन्नाथ जेना, किरमिरा की पूर्व समिति सदस्य सपनामयी पटेल, रीता बाग, युवा नेता मलय साहू, चूड़ामणि साहू व दीनबंधु कंसराली मंचासीन थे.
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