ओडिशा विधानसभा : बीजद विधायकों ने पोडियम पर कब्जा करने की कोशिश की, हंगामे के कारण नहीं चल सका प्रश्न काल

ओडिशा विधानसभा में शुक्रवार को लगातार चौथे दिन हंगामा हुआ. बीजद और कांग्रेस ने आबकारी मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन के इस्तीफे की मांग की.

By Prabhat Khabar News Desk | August 23, 2024 11:55 PM

भुवनेश्वर. ओडिशा विधानसभा में शुक्रवार को लगातार चौथे दिन हंगामा हुआ और इस दौरान विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) और कांग्रेस दोनों ने गंजाम जिले में संदिग्ध जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत की घटना को लेकर आबकारी मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन के इस्तीफे की मांग की. सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर जैसे सदन में प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू हुई, बीजद और कांग्रेस के विधायक आसन के निकट आ गये और आबकारी मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए नारे लगाने लगे. उन्होंने गंजाम और राज्य के अन्य हिस्सों में नकली शराब की अवैध बिक्री के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को जिम्मेदार ठहराया. बीजद की मांग पर राज्य सरकार पहले ही गंजाम जिले में शराब पीने से हुई दो लोगों की मौत की घटना की जांच मंडल राजस्व आयुक्त (आरडीसी) से कराने की घोषणा कर चुकी है, लेकिन क्षेत्रीय पार्टी (बीजद) ने नैतिक आधार पर आबकारी मंत्री को हटाने की मांग की है. गंजाम जिले के चिकिटि इलाके में सोमवार रात कथित जहरीली शराब पीने से कम से कम दो लोगों की मौत हो गयी और 13 अन्य का ब्रह्मपुर के एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. जब विपक्षी सदस्य सदन परिसर में प्रदर्शन कर रहे थे, उसी दौरान बीजद के दो विधायकों ने आसन पर चढ़ने की कोशिश की, जिसके कारण उन्हें सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजकर 30 मिनट तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. विपक्षी दल की महिला विधायकों ने सीढ़ियों के रास्ते विधानसभा अध्यक्ष के आसन तक जबरन जाने की कोशिश की. सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर सदन की कार्यवाही पुनः शुरू हुई और सरकार तथा विपक्ष दोनों इस मुद्दे पर चर्चा कराने पर सहमत हो गये.

बीजद ने सरकार और शराब माफिया के बीच सांठगांठ का आरोप लगाया

विपक्ष की मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक ने मौजूदा सरकार और शराब माफिया के बीच सांठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई सहित कई कदम उठाने का दावा कर रही है, लेकिन हकीकत में मौजूदा सरकार पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं के नाम बदलने के अलावा कुछ नहीं कर सकती. कांग्रेस विधायक दल के नेता रामचंद्र कदम ने कहा कि शराब से जुड़ी घटना में दो लोगों की मौत के बाद आबकारी मंत्री को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. मंगलवार को सत्र के दूसरे भाग की शुरुआत से ही व्यवधान पैदा करने के लिए भाजपा विधायक पूर्ण सेठी ने विपक्ष की आलोचना की. आबकारी मंत्री का बचाव करते हुए सत्ता पक्ष के सदस्यों ने कहा कि हरिचंदन ने अस्पताल में जाकर प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उनके उचित इलाज की व्यवस्था की. सरकार ने आबकारी विभाग के दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है और ब्रह्मपुर के आबकारी अधीक्षक का तबादला भी कर दिया है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने शराब की अवैध बिक्री के खिलाफ अभियान शुरू किया है जिसके तहत 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

बीजद विधायकों ने महिला विधानसभा अध्यक्ष को सम्मान देना नहीं सीखा है : भाजपा

बीजद विधायकों द्वारा जिस ढंग से आज प्रश्नकाल के दौरान महिला विधानसभा अध्यक्ष के साथ व्यवहार किया गया तथा सुरक्षाकर्मियों के घेरे में विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी को रहना पड़ा, इसकी भाजपा विधायकों ने निंदा की है. चिकिटि विधायक मनोरंजन द्यान सामंतराय ने इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि विपक्ष ने महिला विधानसभा अध्यक्ष का सम्मान करना नहीं सीखा है. जिस तरह से विपक्षी विधायकों ने मंच पर चढ़कर आचरण किया, वह बेहद निंदनीय है. उन्होंने कहा कि विपक्ष सच्चाई का सामना करने से डरता है. 24 साल तक वे भ्रष्टाचार में डूबे रहे. अब वे इस बारे में बात करने से डरते हैं. लोकतंत्र में विपक्ष का ऐसा आचरण उचित नहीं है. गंजाम के एक अन्य भाजपा विधायक पूर्ण सेठी ने कहा कि यह अनुशासनहीनता के अलावा और कुछ नहीं है. विपक्षी विधायकों की शिकायतें सामने रखने में कोई दिलचस्पी नहीं है. दुर्भाग्य से, विपक्षी सदस्य विधानसभा की कार्यवाही को रोकने की कोशिश कर रहे हैं.

विधानसभा अध्यक्ष का हमने अनादर नहीं किया : माधव ढाडा

विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान महिला अध्यक्ष के पोडियम पर चढ़ने की कोशिश की घटना के बाद बीजद विधायक माधव ढाडा ने इस पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि बीजद विधायक ने महिला विधानसभा अध्यक्ष का अपमान नहीं किया है. उन्होंने कहा कि ‘मां को सम्मान’ बीजू जनता दल का नारा था और आगे भी रहेगा. हमने शराब से हुई मौतों के मामले में अलोकतांत्रिक प्रक्रिया का विरोध किया. विधानसभा अध्यक्ष का अनादर नहीं किया. शराब के कारण मौत के मामले में हमने मंत्री से इस्तीफे की मांग की. लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने हमारी बात नहीं सुनी. वह जिस पद पर हैं, उसमें उन्हें जो करना चाहिए, वह नहीं किया. इसलिए हमने लोकतांत्रिक तरीके से इसका विरोध किया.

नैतिकता के आधार पर आबकारी मंत्री इस्तीफा दें : बीजद

बीजद विधायक ब्योमकेश राय ने मांग की है कि चिकिटि में जहरीला शराब पीने से मौत के मामले में राज्य के आबकारी मंत्री नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें. प्रश्नकाल हंगामें की भेंट चढ़ जाने के बाद शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए श्री राय ने कहा कि जहरीला शराब पीने के कारण लोगों की मौत होने के मामले को लेकर ओडिशा के लोग चिंतित और डरे हुए हैं. अबकारी मंत्री ने इस पर जो प्रतिक्रिया दी है, वह हास्यास्पद है. भाजपा ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि सरकार आने पर शराब पर प्रतिबंध लगा दिया जायेगा. लेकिन अब अपने वादे को पूरा नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार का अधिकारियों पर कोई नियंत्रण नहीं है, जिस कारण इस तरह की घटना घट रही है. श्री राय ने कहा कि आबकारी मंत्री अपने विभाग के बारे में न बोल कर अन्य विषयों पर बोल रहे हैं. इस घटना के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार हैं. इसलिए नैतिकता के आधार पर मंत्री को त्यागपत्र देना चाहिए.

कांग्रेस ने भी आबकारी मंत्री से त्यागपत्र की मांग की

कांग्रेस विधायक दल के नेता रामचंद्र कदम ने कहा कि चिकिटि मामले में किसी अधिकारी को निलंबित कर देना कोई दंड नहीं है. उन्होंने कहा कि इस मामले में कांग्रेस आबकारी मंत्री से त्यागपत्र देने की मांग करती है. शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए श्री कदम ने कहा कि भाजपा की सरकार आने के बाद राज्य में शराब की बाढ़ आ गयी है. इस सरकार के आने के बाद से समस्या बढ़ती जा रही है. शराब से मौत के लिए सरकार जिम्मेदार है. पिछली सरकार में शराब के कारण कई मंत्रियों ने इस्तीफा दिया था, अब वर्तमान सरकार इस मामले में चुप क्यों है.

चिकिटि शराब कांड में छह लोगों की हुई गिरफ्तारी, आगे की कार्रवाई जारी : आबकारी मंत्री

गंजाम जिले के चिकिटि में जहरीली शराब कांड में स्थानीय पुलिस ने अवैध जहरीली शराब की बिक्री में शामिल छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों में रवि साहू, (28), बापिमी साहू (34), बाया साहू (56), बलराम विषोई (65), सुरेंद्र मल्लिक (40), राम मल्लिक (62) शामिल हैं. आबकारी मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने शुक्रवार को ओडिशा विधानसभा में गंजाम जिले के चिकिटि में जहरीली शराब मामले से निबटने के लिए चल रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी. कांग्रेस विधायक रामचंद्र कदम और अशोक कुमार दास की स्थगन नोटिस के जवाब में मंत्री ने कहा कि 22 अगस्त तक अवैध शराब कारोबार के 366 मामले दर्ज किये गये हैं और 266 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. 26,626 लीटर अवैध शराब जब्त की गयी है. उन्होंने कहा कि इस मामले में 18 मरीजों को शुरू में चिकिटि के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया था, जहां उन्हें तत्काल प्राथमिक उपचार मिला. बाद में 15 मरीजों को आगे के इलाज के लिए ब्रह्मपुर एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. 21 अगस्त को चिकिटि पुलिस स्टेशन के अंतर्गत जेनापुर गांव के जुरा बेहेरा और लोकनाथ बेहेरा की मौत की सूचना मिली थी. हरिचंदन ने कहा कि स्थिति से निबटने के लिए गंजाम पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक मल्टी डिसिप्लिनरी टीम का गठन किया गया था, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, सरपंच, स्थानीय वार्ड सदस्य, राजस्व अधिकारी, पुलिस और ब्लॉक प्रशासन शामिल थे. उन्होंने बताया कि एक जन जागरूकता अभियान शुरू किया गया, जिसमें प्रभावित लोगों के लिए तत्काल उपचार का आग्रह किया गया.

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