Rourkela News: सीमेंट कारखाना में कोयला व मलबे में दबे तीन श्रमिकों के शव 36 घंटे बाद मिले, कंपनी ने मुआवजा का दिया भरोसा

Rourkela News: राजगांगपुर स्थित सीमेंट फैक्ट्री में गुरुवार को हादसे के बाद कोयला के ढेर में दबे तीनों श्रमिकों के शव शनिवार को बरामद हुए.

By Prabhat Khabar News Desk | January 19, 2025 12:20 AM

Rourkela News: राजगांगपुर स्थित डालमिया सीमेंट प्लांट में कोल हॉपर ढहने से लोहे की संरचना के मलबे और कोयला के ढेर से शनिवार को 36 घंटे के बचाव अभियान के बाद तीन लापता मजदूरों के शव बरामद किये गये. मृतकों की पहचान सुशांत राउत (58), रंजीत भोल (24) और दशरथ पात्रा (42) के रूप में हुई है, जिन्हें राजगांगपुर स्थित कैप्टिव पावर प्लांट में एक ठेकेदार ने काम पर रखा था. शनिवार सुबह 11 बजे तक तीनों श्रमिकों के शव मलबे से निकाल लिये गये थे. इसके बाद तीनों के परिजनों को बुला कर शव की शिनाख्त कराने सहित प्रशासनिक अधिकारियों, श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों की उपस्थिति में कंपनी से मुआवजे पर बातचीत की गयी. मुआवजा पर सहमति बनने के बाद एक-एक कर तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए राउरकेला भेजा गया.

गुरुवार शाम हुआ था हादसा

पश्चिमी रेंज (राउरकेला) के पुलिस उप महानिरीक्षक बृजेश कुमार राय ने बताया कि गुरुवार शाम को कोल हॉपर (बड़ी मात्रा में कोयला भंडारण के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक बड़ा लोहे का ढांचा) ढह जाने के बाद श्रमिक उसमें फंस गये थे. कंपनी ने पहले एक बयान में कहा था कि कोल हॉपर का संचालन डालमिया सीमेंट द्वारा नियुक्त एक तीसरे पक्ष के विक्रेता द्वारा किया जा रहा था. अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना के दिन 60 से अधिक श्रमिकों को सुरक्षित बचा लिया गया. अग्निशमन विभाग, ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) और स्थानीय पुलिस दल के कर्मियों ने बचाव अभियान चलाया.

50 लाख मुआवजा की मांग पर परिजनों ने प्लांट के बाहर दिया धरना

शनिवार सुबह लापता श्रमिकों के परिवार वर्ग तथा शुभचिंतकों के सब्र का बांध टूट गया. वे तीनों के जिंदा होने की उम्मीद खो बैठे थे तथा सुबह से ही 50 लाख रुपये मुआवजा तथा परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी देने की मांग पर गेट के बाहर धरना पर बैठे थे. तीनों लापता श्रमिकों का शव मिलने के बाद कंपनी प्रबंधन और मृतकों के परिजनों के बीच बैठक हुई. बाद में उप-जिलापाल दाशरथी सराबू ने बैठक में लिये गये फैसले की घोषणा की. बताया गया कि ठेका श्रमिक के रूप में कार्यरत आइटी कॉलोनी निवासी दशरथ पात्र के दो छोटे बच्चे हैं. उनके परिवार को इंश्योरेंस के 10 लाख रुपये सहित 35 लाख का मुआवजा, पत्नी को नौकरी, रहने के लिए घर व दोनों बच्चों की 12वीं तक की पढ़ाई का जिम्मा कंपनी की ओर से उठाने की बात कही गयी है. इसी तरह ठेका श्रमिक मधुसूदन कॉलोनी निवासी रणजीत भोल के परिवार को भी इंश्योरेंस के 10 लाख रुपये सहित 35 लाख का मुआवजा, रहने के लिए आवास व एकमात्र बच्ची की 12वीं तक पढ़ाई का जिम्मा सहित परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की गयी है. बॉयलर ऑपरेटर के रूप में कार्यरत 58 वर्षीय सुशांत राउत के दो बेटे कंपनी में ही ठेका श्रमिक के रूप में कार्यरत हैं. दोनों को स्थायी करने सहित इंश्योरेंस के 10 लाख मिलाकर 30 लाख का मुआवजा, दोनों बेटों को रहने के लिए आवास तथा बची हुई नौकरी की तनख्वाह अलग से दिये जाने पर सहमति बनी है. सभी के मुआवजा के संबंध में घोषणा की.

शोक संतप्त परिवारों को हरसंभव सहायता देंगे : प्रबंधन

डालमिया सीमेंट प्लांट प्रबंधन ने कहा है कि राजगांगपुर में कैप्टिव पावर प्लांट में हुई दुर्घटना से हम दुखी हैं. हम इस घटना में अपनी जान गंवाने वाले तीन श्रमिकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं. हम जिला प्रशासन के साथ मिलकर शोक संतप्त परिवारों को शिक्षा, आजीविका और मुआवजे सहित पूरी सहायता प्रदान कर रहे हैं. कंपनी अपने श्रमिकों, कर्मचारियों की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.

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