छत्तीसगढ़ में आदिवासी युवती से बलात्कार के एक आरोपी का शव झारसुगुड़ा में बरामद
छत्तीसगढ़ से फरार बलात्कार के आरोपी का शव गुरुवार को झारसुगुड़ा में बरामद हुआ है. पुलिस से बचने के लिए वह रेंगाली के सराईपाली गांव में अपने मामा के घर भाग आया था.
झारसुगुड़ा. छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में आदिवासी युवती के साथ सामूहिक बलात्कार के मामले में फरार एक आरोपी का शव ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले से बरामद किया गया है. छत्तीसगढ़ पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी. रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक, नगर (सीएसपी) आकाश शुक्ला ने बताया कि सामूहिक बलात्कार के इस मामले में कुल आठ आरोपी थे. इसमें से 15 साल के एक नाबालिग समेत सात लोगों को पकड़ लिया गया है. आठवां फरार आरोपी संजय यादव (18) पुलिस से बचने के लिए ओडिशा चला गया था.
करंट प्रवाहित बिजली के तार की चपेट में आने से हुई मौत
शुक्ला ने बताया कि यादव ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में रेंगाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत सराईपाली गांव स्थित अपने मामा के घर में छिपा था. उन्होंने बताया की वह वहां जंगली जानवरों से फसल की सुरक्षा के लिए बिछाये गये करंट प्रवाहित बिजली के तार की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गयी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि रेंगाली पुलिस मौके पर पहुंच गयी है तथा तार बिछाने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
आठ में से सात आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं
शुक्ला ने बताया कि सामूहिक बलात्कार के इस मामले मे पीड़िता (27) के बयान के बाद आठ आरोपियों में से सात को पकड़ा जा चुका है तथा एक की मौत हो गयी है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार लोगों मे राहुल चौहान (19), मोनू साहू (23), राहुल खड़िया (19), उत्तम मिर्धा (20), नरेंद्र सिदार (23) और बबलू डहरिया (19) को कल न्यायिक रिमांड में जेल भेजा गया है. सातवें आरोपी (15 साल के एक नाबालिग) को बुधवार को बाल संप्रेषण गृह भेजा गया. अधिकारी ने बताया कि पुसौर थाना पुलिस पीड़िता की रिपोर्ट पर आठ लोगों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार के मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 70 (1), 140 (3) और 351 (3) के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना कर रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है