एनआइटी राउरकेला : ओएसआरटीसी के कर्मचारियों के लिए छह दिवसीय क्षमता निर्माण पाठ्यक्रम शुरू

ओडिशा राज्य सड़क परिवहन निगम (ओएसआरटीसी) के कर्मचारियों के लिए छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार से एनआइटी राउरकेला में शुरू हुआ. आठ जून तक आयोजित होने वाला यह कार्यक्रम मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग की ओर से आयोजित किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 3, 2024 10:58 PM
an image

राउरकेला. ओडिशा राज्य सड़क परिवहन निगम (ओएसआरटीसी) के कर्मचारियों के लिए छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार से एनआइटी राउरकेला में शुरू हुआ. आठ जून तक आयोजित होने वाला यह कार्यक्रम मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग की ओर से आयोजित किया गया है. इसे ओएसआरटीसी के इंजीनियरों और अधिकारियों के लिए डिजाइन किया गया है. इस क्षमता-निर्माण पाठ्यक्रम का उद्देश्य ओएसआरटीसी पेशेवरों को उनकी भूमिकाओं में उत्कृष्टता प्राप्त करने और परिवहन क्षेत्र में प्रभावी ढंग से योगदान करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से लैस करना है. सोमवार को उद्घाटन सत्र के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई. सभी 30 प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए पाठ्यक्रम समन्वयक प्रोफेसर एस मुरुगन ने कहा कि पाठ्यक्रम मुख्य रूप से पांच प्रमुख क्षेत्रों वाहन प्रबंधन, बस डिपो प्रबंधन, परिवहन नीतियां, सतत परिवहन और तनाव प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करेगा.

टिकाऊ कार्य प्रथाओं पर केंद्रित पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण है पाठ्यक्रम का उद्देश्य

प्रो चंदन कुमार साहू (एनआइटी राउरकेला के प्रभारी निदेशक) और लक्ष्मीकांत सेठी (अतिरिक्त सचिव, ओएसआरटीसी, भुवनेश्वर) ने एनआइटी राउरकेला के मैकेनिकल साइंस बिल्डिंग में आयोजित उद्घाटन समारोह में भाग लिया. प्रोफेसर साहू ने कहा कि इस पाठ्यक्रम को परिवहन क्षेत्र के विकास के लिए आवश्यक प्रमुख क्षेत्रों की पहचान कर डिजाइन किया गया है. पाठ्यक्रम का उद्देश्य टिकाऊ कार्य प्रथाओं और ह्यूमन इंजीनियरिंग (मानव प्रदर्शन और सुरक्षा को अनुकूलित करने के लिए सिस्टम, उत्पादों और वातावरण को बनाना और विकसित करना) पर केंद्रित एक कार्य पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है. लक्ष्मीकांत सेठी ने कहा कि ओएसआरटीसी अपने सुरक्षित और लागत प्रभावी संचालन के लिए प्रसिद्ध है. इस साल हम ओडिशा के लोगों के लिए 30 जिलों और 6,794 ग्राम पंचायतों को कवर करते हुए अपनी सेवा के 50 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं. हाल ही में लॉन्च की गयी लक्ष्मी योजना ग्राम पंचायतों को ब्लॉक और मुख्यालयों से जोड़ती है. हम जल्द ही इवी बसें शुरू करने की योजना बना रहे हैं. लेकिन नयी योजनाओं और प्रौद्योगिकियों को लागू करने में कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ता है. इसलिए ओएसआरटीसी, एनआइटी राउरकेला के साथ साझेदारी कर अपने कर्मचारियों को परिवहन क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है.

परिवहन के सुविधाजनक और त्वरित जानकारी देने वाले मॉडल पर जोर

उद्घाटन समारोह में प्रोफेसर के उमामहेश्वर राव (निदेशक, एनआइटी राउरकेला) और दीप्तेश कुमार पटनायक (आइपीएस, अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक, ओएसआरटीसी, भुवनेश्वर) ऑनलाइन शामिल हुए. प्रोफेसर राव ने परिवहन के सुविधाजनक और त्वरित जानकारी देने वाले मॉडल पर जोर दिया. उन्होंने प्रस्ताव दिया कि ओएसआरटीसी को केंद्र/राज्य लोक निर्माण विभाग के साथ मिलकर अपने कर्मचारियों के लिए कार्य प्रगति की समीक्षा करने, चुनौतियों की पहचान करने और समाधानों पर विचार-मंथन करने के लिए संयुक्त शैक्षिक कार्यशालाएं आयोजित करनी चाहिए. उन्होंने ग्रामीण विकास में कनेक्टिविटी की महत्वपूर्ण भूमिका और आवश्यकता पर प्रकाश डाला. दीप्तेश कुमार पटनायक ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम ओएसआरटीसी के युवा कर्मचारियों के पेशेवर विकास को सुनिश्चित करता है. हम बड़े पैमाने पर विस्तार कर रहे हैं और ओएसआरसीटी को फिर से परिभाषित करने के लिए मुख्य व्यवस्थित बदलाव करने की कोशिश कर रहे हैं, जो मौजूदा वैश्विक मानकों से मेल खा सके. ये प्रशिक्षण कार्यक्रम संगठनात्मक स्थिरता, परिचालन वृद्धि, नवाचार और भविष्य की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण हैं. हम जल्द ही एक ऐसी सुविधा शुरू करेंगे, जहां हर यात्री को बस के आगमन और प्रस्थान का अपेक्षित समय पता चल जायेगा. पाठ्यक्रम समन्वयक, प्रोफेसर किरण नायक ने धन्यवाद प्रस्ताव के साथ कार्यक्रम का समापन किया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version