Rourkela News: लोक आस्था का चार दिवसीय छठ महापर्व मंगलवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो जायेगा. इसे लेकर छठ व्रतियों की ओर से तैयारियां तेज कर दी गयी हैं. शहर के डेली मार्केट, सेक्टर-19 गजपति मार्केट, पानपोष मार्केट समेत अन्य बाजारों में पूजा सामग्री की दुकानें सज गयी हैं. इसमें खासकर मुख्य मार्ग स्थित डेली मार्केट में ग्राहकों की ज्यादा भीड़ देखी जा रही है. दुकानदारों ने जगह-जगह छठ पूजा को लेकर पूजन सामग्री का स्टॉल सजा रखा है. वहीं कुछ लोगों ने इस पर्व को लेकर पूजन सामग्री की खरीदारी भी शुरू कर दी है. इसके अलावा कपड़ा, शृंगार का सामान व खाद्य सामग्रियों की दुकानों पर भी ग्राहकों की भीड़ नजर आ रही है. लोग अपनी-अपनी आवश्यकता के अनुसार खरीदारी कर रहे हैं. शहर में बांस के बने सूप, दउरा व अन्य सामान, मिट्टी के चूल्हा व बर्तन, विभिन्न प्रकार के फलों समेत छठ पूजन सामग्री की दुकानें सजी हैं. छठ के विविधता भरे बाजार में खरीदारों की हल्की-फुल्की भीड़ देखी जा रही है. बाजार में खरीदारी करने वालों में पुरुषों की मुकाबले महिलाओं की संख्या अधिक दिख रही है. छठ पूजा में फलों की खरीदारी भी खूब होती है. इसे ध्यान में रखते हुए व्यापारियों ने कई तरह के फल मंगाये हैं.
40-60 रुपये में मिल रहा नारियल, 200 में दउरा
राउरकेला के डेली मार्केट में सोमवार को बांस से बने सूप आकार के मुताबिक 20 रुपये से लेकर 40, 60 व 120 रुपये प्रति नग की कीमत पर बेचे जा रहे हैं. जबकि बड़ा वाले दउरा की कीमत 200 रुपये प्रति नग रखी गयी है. वहीं सूखा नारियल 40 से 60 रुपये प्रति नग की कीमत पर मिल रहा है. केला की कांदी की कीमत 800 रुपये है. मंगलवार को नहाय-खाय के साथ छठ पूजा शुरू होने से शहर के बाजारों में खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ने की संभावना है.
छठ घाटों को दुरुस्त करने का काम अंतिम चरण में
शहर में छठ पूजा की तैयारियां अंतिम चरण में हैं. कोयल नदी व ब्राह्मणी नदी के अलग-अलग घाटों को राउरकेला महानगर निगम, बिहार सांस्कृतिक परिषद के अलावा सामाजिक संगठनों समेत व्यक्ति विशेष की ओर से तैयार किया जा रहा है. साथ ही इन घाटों की साफ-सफाई कराकर तथा इसे समतल कर दुरुस्त बनाने का काम अंतिम चरण में है. इसके तहत ब्राह्मणी नदी के रूपुटोला घाट, पानपोष घाट, बालू घाट के अलावा सेक्टर-19 हमीरपुर घाट, सेक्टर-16 डोंगा घाट समेत अन्य घाटों के अलावा अलग-अलग स्थानों पर स्थित तालाब घाटों को भी दुरुस्त करने का काम अंतिम चरण में है. रुपुटाेला घाट को तैयार करने का काम दूत संस्था के संयोजक कृष्णा साहू की देखरेख में अंतिम चरण में है. इन घाटों पर प्रकाश की व्यवस्था के साथ सुरक्षा के लिए पुलिस बल व अग्निशमन विभाग की टीमों को भी नियोजित किया जायेगा.
बिहार सांस्कृतिक परिषद की ओर से की जायेगी छठ व्रतियों की सेवा
बिहार सांस्कृतिक परिषद की ओर से छठ पर्व को लेकर सात नवंबर की दोपहर दाे बजे से आठ नवंबर की सुबह आठ बजे तक छठ व्रतियों व भक्तों की सेवा की जायेगी. सेक्टर-16 में कोयल नदी के डोंगा घाट, बालू घाट (मूर्ति विसर्जन घाट के पास), गोपबंधुपाली तालाब शिव मंदिर के पास, तिलकानगर व कोयला गेट तालाब, बंडामुंडा नेपाली बस्ती तालाब, झीरपानी का आदित्य घाट, फर्टिलाइजर टाउनशिप, जलदा सी ब्लॉक तालाब, देवगांव घाट, जमुनानाकी वेदव्यास घाट, सेक्टर-19 हमीरपुर घाट, राउरकेला सुशील होटल तालाब घाट में भक्तों की सुरक्षा, सुविधा व व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया गया है. जिसके तहत घाटों में पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती, घाटों की सफाई व रोशनी व्यवस्था को लेकर उपयुक्त पहल का अनुरोध किया है.
गुरुवार को दिया जायेगा प्रथम अर्घ्य
सूर्योपासना का महान पर्व छठ पांच नवंबर मंगलवार को नहाय-खाय के साथ शुरू होगा. छह नवंबर बुधवार को खरना का प्रसाद ग्रहण कर छठव्रती 36 घंटाें का निर्जला व्रत शुरू करेंगी. सात नवंबर गुरुवार को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को प्रथम अर्घ्य तथा आठ नवंबर शुक्रवार की सुबह उदीयमान सूर्य को दूसरा अर्घ्य प्रदान करने के साथ छठव्रती अपने व्रत का पारण करेंगी.
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