Bhubaneswar News: मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शुक्रवार को लोकसेवा भवन में गृह और नगर विकास विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा की. बैठक में भुवनेश्वर, कटक, पुरी और पारादीप के लिए प्रस्तावित आर्थिक रीजन ‘ग्रेटर भुवनेश्वर’ के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2036 में एक विकसित ओडिशा बनाने के लिए यह आवश्यक है कि शहरीकरण और आर्थिक दोनों दृष्टिकोण से यह योजना बनायी जाये. उन्होंने बताया कि लगभग 8500 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को समावेशी, आवासीय और दीर्घकालिक आर्थिक रीजन के रूप में विकसित करने की योजना है. मुख्यमंत्री ने आगामी 50 वर्षों को ध्यान में रखते हुए और अधिक क्षेत्र को इस योजना में शामिल करने की सलाह दी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस परियोजना के निर्माण से पहले अन्य राज्यों के मॉडल का अध्ययन करने के लिए उन्हें भेजने की आवश्यकता है.
भुवनेश्वर के नजदीकी नया शहर बनाने और मेट्रो रेल प्रणाली के संचालन पर की चर्चा
मुख्यमंत्री ने भुवनेश्वर के बढ़ती हुई जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए भुवनेश्वर के नजदीकी क्षेत्र में एक नया शहर बनाने और मेट्रो रेल प्रणाली के संचालन पर भी बैठक में चर्चा की. राज्य के शहरी क्षेत्र के विकास के लिए एक योजना तैयार करने की मुख्यमंत्री ने आवश्यकता जतायी. बैठक में गृह और नगर विकास मंत्री डॉ कृष्णचंद्र महापात्र, मुख्य सचिव मनोज आहूजा, विकास आयुक्त और अतिरिक्त मुख्य सचिव अनु गर्ग, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव निकुंज बिहारी धल, उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव हेमंत शर्मा, गृह और नगर विकास विभाग की प्रमुख सचिव उषा पाढ़ी, वित्त विभाग के प्रमुख सचिव शाश्वत मिश्र तथा पुरातत्व विभाग के प्रमुख सचिव वीवी यादव उपस्थित थे.
वकुल वन और सत्यवादी वन विद्यालय के पुनर्निर्माण और विकास पर बैठक आयोजित
वकुल वन की धरोहर और परंपरा से संबंधित छात्रों को अवगत कराने के लिए इसके मूल ढांचे के अनुसार विकास करते हुए आसपास के क्षेत्र का विकास किया जायेगा. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने अधिकारियों को यह निर्देश दिया. गुरुवार देर शाम लोकसेवा भवन में विद्यालय और जनशिक्षा विभाग की ओर से वकुल वन और सत्यवादी वन विद्यालय के पुनर्निर्माण और विकास से संबंधित एक तैयारी बैठक में मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिया.1909 में पंचसखा ने की थी वकुल वन की स्थापना
उल्लेखनीय है कि गुरु-शिष्य परंपरा का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत करने वाले सत्यवादी के वकुल वन को 1909 में पंचसखा द्वारा स्थापित किया गया था. उस समय ओडिशा के कई प्रसिद्ध विद्वान व देशभक्त इस विद्यालय के शिक्षक थे. उस समय यह ओडिशा के एक प्रतिष्ठित विद्यालय के रूप में प्रसिद्ध था. आज भी यह एक ऐतिहासिक शैक्षिक संस्था के रूप में अपनी पहचान बनाये हुए है. मुख्यमंत्री ने इस वकुल वन क्षेत्र के विकास पर जोर दिया है. इस विद्यालय के आदर्श के बारे में वर्तमान पीढ़ी को अवगत कराने के लिए इसके मूल ढांचे के अनुसार विकास किया जायेगा. इसके माध्यम से राज्य के विभिन्न स्थानों से विद्यालय के छात्र-छात्राएं इस स्थल पर आकर इसकी धरोहर के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे और यह पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा. मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही वकुल वन के आसपास के क्षेत्र के विकास के लिए निर्देश दिया. इस बैठक में विद्यालय और जन शिक्षा मंत्री नित्यानंद गंड, सत्यवादी विधायक ओम प्रकाश मिश्रा, मुख्य सचिव मनोज आहूजा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव निकुंज बिहारी धल, विद्यालय और जन शिक्षा विभाग की शासन सचिव शालिनी पंडित, पर्यटन विभाग के शासन सचिव बलवंत सिंह और पुरी जिलापाल सिद्धार्थ शंकर स्वांई समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है