झारसुगुड़ा. झारसुगुड़ा जिले में शून्य से लेकर छह वर्ष के बच्चों का शारीरिक विकास करने को लेकर वजन उत्सव मनाने का निर्णय लिया गया है. इसे लेकर जिलाधीश अबोली सुनील नरवाणे की अध्यक्षता में एक बैठक शुक्रवार को हुई. इसमें प्रशिक्षु आइएएस अधिकारी सर्वानन सी समेत जिला मुख्य चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य अधिकारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, सभी प्रखंडों के विकास अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, पोषण अभियान के जिला समन्वयक रमाकांत नायक, मिशन शक्ति के जिला समन्वयक सीमा तिग्गा प्रमुख रूप से उपस्थित थे. बच्चों के विकास का मूल्यांकन करने के लिए विशेष अभियान के तहत आयोजित वजन उत्सव की सफलता के लिए जिलाधीश ने जिला समाज कल्याण विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों को अभियान से जुड़े सभी कार्यक्रमों के सुचारु क्रियान्वयन पर जोर दिया.
बच्चों के पोषण स्तर की होगी निगरानी
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी पुण्यवती हेलेन खेस ने इस विशेष अभियान के उद्देश्य के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि जिले के 0-6 वर्ष के सभी बच्चों के शारीरिक विकास का आकलन, बच्चों के पोषण स्तर की नियमित निगरानी और कुपोषित बच्चों की पहचान और समय पर उपचार और समूह में देखभाल पर यह विशेष अभियान इसी साल एक अगस्त से शुरू किया गया है. पंचायतीराज सदस्य, महिला स्वयं सहायता समूह, आशाकर्मी की सहायता से 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की शारीरिक वृद्धि की निगरानी की जायेगी. इस श्रृंखला में शिशुओं का सही वजन और ऊंचाई दर्ज की जायेगी और पोषण ट्रैकर में उनका विवरण सुनिश्चित किया जायेगा.
कम वजन वाले बच्चों का नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में करायेंगे उपचार
अभियान के अनुसार मध्यम कुपोषित एवं गंभीर रूप से कम वजन वाले बच्चों की पहचान कर उनका मुख्यमंत्री संपूर्ण पोषण योजना में नामांकन, गंभीर कुपोषित बच्चों को संपूर्ण आहार कार्यक्रम में शामिल करने, परीक्षण और स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं वाले गंभीर कुपोषित बच्चों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में रेफर कर आवश्यक उपचार किये जाने की जानकारी दी गयी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है