Rourkela News: शिक्षकों पर छात्रों के बौद्धिक और व्यक्तिगत विकास की दोहरी जिम्मेदारी : एनआइटी निदेशक
Rourkela News: एनआइटी में सीएचएसइ ओडिशा के शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित तीन चरणों में आयोजित हो रहा है.
Rourkela News: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी), राउरकेला ने काउंसिल ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन (सीएचएसइ), ओडिशा के अंतर्गत 150 शिक्षकों के लिए विज्ञान विषयों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया है. इसका उद्घाटन समारोह 26 नवंबर, 2024 को आयोजित किया गया. एनआइटी राउरकेला के निदेशक प्रो के उमामहेश्वर राव ने शिक्षक प्रशिक्षण की आवश्यकता पर ध्यान देने के लिए ओडिशा सरकार की सराहना की. उन्होंने कहा कि शिक्षकों के पास छात्रों के बौद्धिक और व्यक्तिगत विकास को संवारने की अनूठी जिम्मेदारी है. बच्चे अपने शिक्षकों पर भरोसा करते हैं कि वे उन्हें उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जायेंगे. यह आवश्यक है कि शिक्षक सहानुभूति और समर्पण के साथ इस भूमिका को निभायें.
शिक्षण विधियों को बेहतर बनाना और विषयों की गहन समझ प्रदान करना है उद्देश्य
मुख्य अतिथि स्कूल और जन शिक्षा विभाग, ओडिशा सरकार की अतिरिक्त सचिव एवं सीएचएसइ की अध्यक्ष सुभाष्री नंदा ने प्रशिक्षण के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम एनआइटी राउरकेला और सीएचएसइ ओडिशा का एक संयुक्त प्रयास है, जिसका उद्देश्य शिक्षण विधियों को बेहतर बनाना और विषयों की गहन समझ प्रदान करना है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप, यह ट्रेनिंग शिक्षकों को छात्रों के लिए परिवर्तनकारी और प्रभावशाली शिक्षा प्रदान करने के लिए आवश्यक उपकरण और कौशल उपलब्ध कराने का प्रयास करती है. मौके पर सीएचएसइ के उप सचिव डॉ महेंद्र प्रसाद बेहेरा भी मौजूद थे. उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान प्रो एसके प्रतिहार ने जिज्ञासा आधारित शिक्षा और सहयोग की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि हमारा प्रशिक्षण शिक्षण में तकनीक और अनुसंधान के एकीकरण पर केंद्रित है, जिससे छात्रों में जिज्ञासा और परियोजना आधारित शिक्षण को बढ़ावा दिया जा सके. उन्होंने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे ऐसे उपकरणों के बारे में सीखें, जो छात्रों में नवाचार और रचनात्मक सोच को प्रोत्साहित कर सकें.
तीन चरणों में 150 शिक्षक लेंगे प्रशिक्षण
एनआइटी राउरकेला का यह व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम तीन चरणों में आयोजित किया जायेगा, जिसमें प्रत्येक चरण में 50 प्रतिभागी शामिल होंगे. प्रत्येक चरण पांच दिनों का होगा और इसमें तीन विषयों जीव विज्ञान (लाइफ साइंस) 26 से 30 नवंबर, 2024, रसायन विज्ञान (2 से 6 दिसंबर, 2024) और भौतिकी (9 से 13 दिसंबर, 2024) पर प्रशिक्षण दिया जायेगा. यह प्रशिक्षण कार्यक्रम एनआइटी राउरकेला के स्पॉन्सर्ड रिसर्च, इंडस्ट्रियल कंसल्टेंसी और कंटिन्यूइंग एजुकेशन (एसआरआइसीसीइ) विभाग द्वारा आयोजित किया गया है. कार्यक्रम के संयोजक प्रोफेसर शांतनु कुमार बेहेरा (एसआरआइसीसीइ के सह-डीन) और सह-संयोजक प्रोफेसर मधुरिमा जना (एसआरआइसीसीइ के सह-डीन) हैं. एनआइटी राउरकेला की ओर से जीव विज्ञान (लाइफ साइंस) प्रशिक्षण की समन्वयक प्रो बिस्मिता नायक (जीवन विज्ञान विभाग की प्रमुख) हैं. रसायन विज्ञान प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक प्रो गरुड़ ध्वज होटा (रसायन विभाग के प्रमुख) और भौतिकी प्रशिक्षण के समन्वयक प्रो ज्योति प्रकाश कर (भौतिकी विभाग के प्रमुख) हैं.
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