राउरकेला. मजदूर संगठन सेंटर ऑफ ट्रेड यूनियंस ऑफ इंडिया (सीटू) का 55वां स्थापना दिवस गुरुवार को संगठन के जिला कार्यालय, श्रमिक भवन, सेक्टर-16 में मनाया गया. सीटू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्य महासचिव विष्णु मोहंती ने संगठन का झंडा फहराया. स्थापना दिवस समारोह की अध्यक्षता जिला उपाध्यक्ष बसंत नायक ने की, जिसमें सीटू के राज्य उपाध्यक्ष विमान माइती, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीमंत बेहेरा, जिला सचिव राज किशोर प्रधान, सुरेंद्र मोहंती, एनएन पाणिग्राही, लक्ष्मीधर नायक, प्रभात मोहंती, विश्वजीत माझी, अरुण महाराणा, सचिन रॉय, प्रदीप सेठी, यज्ञेश्वर साहू, अक्षय राऊत, विद्याधर नायक, जीके नायक, ए राय, हेमंत कुमार साहारे प्रमुख रूप से उपस्थित थे .
श्रमिक दमन नीतियों के खिलाफ जारी रहेगा आंदोलन : विष्णु मोहंती
मुख्य अतिथि विष्णु मोहंती ने कहा कि आज के ही दिन सीटू संगठन ने 1970 में कोलकाता में अपना पहला अखिल भारतीय सम्मेलन आयोजित करके स्थापना की घोषणा की थी. संगठन के पहले अखिल भारतीय अध्यक्ष देश के लंबे समय तक श्रमिक नेता बीटी रणदीवे और महासचिव पी राम पुथुला चुने गये गये थे. तब से सीटू देश के श्रमिक वर्ग के हितों के लिए एक प्रहरी के रूप में लगातार काम कर रहा है. चाहे वैश्वीकरण, उदारीकरण और निजीकरण के खिलाफ 90 के दशक में श्रमिक वर्ग पर हुए भीषण हमले हों या अब केंद्र में मोदी सरकार की सांप्रदायिक और श्रमिक दमन नीतियों के खिलाफ और संविधान व प्रजातंत्र की रक्षा के लिए एक बड़े आंदोलन का आह्वान किया है. देश की आजादी से पहले और बाद में मजदूर वर्ग ने काफी संघर्ष के बाद अपने लिए जो श्रम कानून बनाये थे, आज मोदी सरकार ने उन्हें बड़े पूंजीपतियों और कॉरपोरेट संगठनों के हित में बदल दिया है. इसके खिलाफ सीटू के नेतृत्व में मजदूरों और किसानों का राष्ट्रव्यापी आंदोलन किया जा रहा है. साथ ही आने वाले दिनों में इसका विस्तार करने और देश के लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए आने वाले दिनों में मजदूर आंदोलन को तेज करने का आह्वान किया जा रहा है.
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