राउरकेला. शहर में मानसून की पहली बारिश से लोगाें को उमस भरी चिपचिपाती गर्मी से तो राहत मिली है. साथ ही इस पहली बारिश ने राउरकेला महानगर निगम अंचल समेत स्टेशन अंचल में जल निष्कासन व्यवस्था की पोल खोलने के साथ सड़कों की दुर्दशा से भी अवगत करा दिया है. शहर की मुख्य सड़क से लेकर स्टेशन के पास जल जमाव के साथ छोटे-बड़े गड्ढों पर भरा पानी सड़क पर छोटे-बड़े तालाब का अहसास करा रहे हैं. साथ ही यह दुर्घटना को आमंत्रण भी दे रहे हैं. जानकारी के अनुसार गत शनिवार से शहर में मानसून के पूरी तरह सक्रिय होने के बाद रविवार, सोमवार व मंगलवार को भी कभी झमाझम से लेकर रिमझिम व बूंदाबांदी का दौर जारी रहा है. बुधवार की सुबह से आसमान में बादल छाये रहने के बाद दोपहर के बाद रिमझिम बारिश शुरू हो गयी थी.
गड्ढों में भरा पानी, सड़क बनी जानलेवा
स्मार्ट सिटी राउरकेला के पावर हाउस पार्किेंग रोड, मुख्य मार्ग, सिविल टाउनशिप अंचल में सड़कों पर जल जमाव होने के साथ सड़कों पर बने गड्ढे भी पानी से भर गये हैं. वहीं राउरकेला स्टेशन काे विश्व स्तरीय स्टेशन बनाने का दावा भी अभी तक खोखला ही नजर आ रहा है. स्टेशन के प्रवेश द्वार पर ही बारिश का पानी जमा होने से आम यात्री परेशान हो रहे हैं. साथ ही इससे राउरकेला स्मार्ट सिटी समेत स्टेशन अंचल में जल निष्कासन व्यवस्था की भी पोल खुल गयी है.
जलकुंभी व दलदल से भरा पुरानी बस्ती का बड़ा तालाब
झारसुगुड़ा शहर के पुरानी बस्ती स्थित बड़ा तालाब जलकुंभी व दलदल से भर गया है. जिस कारण अब यह उपयोग के लायक नहीं रह गया है. यह तालाब 24.08 एकड़ में फैला हुआ है. यह वर्ष 1976 से ग्राम्य विकास के अधीन में था. वहीं वर्तमान में यह लघु जल सिंचाई विभाग के अधीन में है. स्थानीय लोगों के अनुसार गत 24 जून को विधायक टंकधर त्रिपाठी पुरानी बस्ती के उक्त तालाब के पुनरुद्धार व सौंदर्यीकरण के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए लघु जल सिंचाई विभाग व नगरपालिका प्रबंधन को निर्देश दिया था. लेकिन अभी तक यह काम नहीं हो पाया है. जिससे स्थानीय लोगों में रोष है.
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