Bhubaneswar News: किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा : मोहन माझी

Bhubaneswar News: भ्रष्टाचार निवारण सप्ताह-2024 का शुभारंभ लोक सेवा भवन के कन्वेंशन हॉल में हुआ. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को भ्रष्टाचार से दूर रहने की चेतावनी दी.

By Prabhat Khabar News Desk | October 28, 2024 11:09 PM

Bhubaneswar News: भुवनेश्वर स्थित लोकसेवा भवन के कन्वेंशन हॉल में सोमवार को राज्य स्तरीय भ्रष्टाचार निवारण सप्ताह-2024 का शुभारंभ हुआ. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए और सभी को भ्रष्टाचार के खिलाफ दृढ़ता से लड़ने की शपथ दिलायी. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि भ्रष्टाचार एक भयानक रोग के समान है. भ्रष्टाचार का प्रभाव पहले नजर नहीं आता, लेकिन धीरे-धीरे यह व्यक्तिगत और सामाजिक स्तर पर गंभीर नुकसान पहुंचाता है. भारतीय समाज में भ्रष्टाचार का असर कितना गहरा था, यह जानने के लिए हमें रॉकेट साइंस का ज्ञान नहीं चाहिए. इस देश के एक पूर्व प्रधानमंत्री ने स्वयं एक साधारण सभा में कहा था कि जब मैं दिल्ली से एक रुपया भेजता हूं, तो लाभार्थियों को केवल 15 पैसे ही मिलते हैं. अब सवाल उठता है कि बाकी के 85 पैसे किसकी जेब में जाते थे, इसका जवाब आप सभी जानते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार निवारण विभाग की दोष सिद्धि दर आज 50% से अधिक और आय से अधिक संपत्ति के मामलों में दोष सिद्धि दर 80% से अधिक है. हमारी सरकार तकनीक, आधारभूत संरचना और मानव संसाधन को बढ़ाकर ओडिशा के सतर्कता विभाग को मजबूत करने के लिए कई कदम उठा रही है. सतर्कता विभाग के लिए आठ नये अतिरिक्त एसपी पद और 24 नये डीएसपी पद बढ़ाये जायेंगे. ये पद विभाग की जांच, निरीक्षण और भ्रष्टाचार मामलों की सुनवाई प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगे. जांच और अनुसंधान में मदद के लिए 16 सब-इंस्पेक्टरों को भी नियुक्त किया जायेगा. इसके साथ ही, आने वाले दिनों में विभाग में 24 चार्टर्ड एकाउंटेंट और बैंकिंग व साइबर विशेषज्ञ भी शामिल किये जायेंगे. सतर्कता टीम की गतिशीलता बढ़ाने के लिए 135 नयी मोटरसाइकिलें, 150 नये डेस्कटॉप/लैपटॉप भी प्रदान किये जायेंगे. इसके साथ ही राज्य फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला निदेशालय की स्थापना भी की जायेगी.

भ्रष्टाचार के खिलाफ शून्य सहनशीलता नीति अपना रही राज्य सरकार

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में पहली बार पद संभालने के समय से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद की थी. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन से प्रेरित होकर राज्य सरकार भी भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष को शासन का मुख्य लक्ष्य मानकर इसे लेकर शून्य सहनशीलता की नीति अपना रही है. भ्रष्टाचारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. जैसे कैंसर का इलाज करने के लिए प्रभावित हिस्से को सर्जरी के जरिये निकालना पड़ता है, वैसे ही सभ्य समाज से भ्रष्टाचारियों को बाहर निकालकर जेल भेजने की व्यवस्था है. हमारी सरकार के 140 दिनों के भीतर 6 मुख्य अभियंताओं के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है. उनकी संपत्तियों को जब्त कर कोर्ट में पेश किया गया है. ये सभी आय से अधिक संपत्ति उन्होंने आम जनता के पैसे से अर्जित की थी.

भ्रष्टाचार निवारण के लिए निरंतर संघर्ष जारी रखना होगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई केवल लोकसेवा भवन या राजधानी भुवनेश्वर में सीमित नहीं है, बल्कि इसे जमीनी स्तर तक ले जाने के प्रयास शुरू किये गये हैं. आज जिला स्तर पर होने वाले भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के लिए जिलाधिकारियों को सशक्त किया गया है. भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी सरकार ने दोनों टॉप-डाउन और बॉटम-अप दृष्टिकोण को लागू किया है. उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार की जड़ें मजबूत हो चुकी हैं, इसे एक दिन, महीने या साल में समाप्त नहीं किया जा सकता है. इसके लिए निरंतर संघर्ष जारी रखना होगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version