Odisha News: भुवनेश्वर के भरतपुर पुलिस स्टेशन में पुलिस द्वारा सेना के एक अधिकारी और उसकी मंगेतर पर हमले के मामले में ओडिशा क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने क्राइम सीन को फिर से रिक्रियेट करने के लिए बुधवार सुबह स्टेशन का दौरा किया. टीम ने इसके लिए फेरो कैमरे का उपयोग किया. इस अवसर पर पीड़ित भी मौजूद थे. इसके अलावा जांच टीम ने चंदका रोड पर पाथरगड़िया का दौरा किया, जहां युवकों के एक समूह ने घर लौटते समय दंपति के साथ मारपीट की और उन्हें परेशान किया.
अदालत ने निलंबित आइआइसी के पॉलीग्राफ टेस्ट की अनुमति दी
भुवनेश्वर एसडीजेएम अदालत ने बुधवार को भरतपुर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर-इन-चार्ज (आइआइसी) दीनाकृष्ण मिश्रा का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति दे दी है. क्राइम ब्रांच आरोपी को टेस्ट के लिए जल्द ही गुजरात के गांधीनगर ले जायेगी. मिश्रा ने झूठ पकड़ने, ब्रेन-मैपिंग और नार्को-एनालिसिस टेस्ट के लिए भी सहमति दे दी है. कोर्ट के समक्ष निलंबित आइआइसी ने खुद को निर्दोश बताते हुए कहा कि मुझे नार्को एनालिसिस, पॉलीग्राफ व ब्रेन फिंगर प्रिंटिंग टेस्ट से गुजरने में आपत्ति नहीं है.
सरकार ने सेना अधिकारी व मंगेतर को सुरक्षा दी
ओडिशा सरकार ने पीड़ित सैन्य अधिकारी और उनकी मंगेतर को सुरक्षा मुहैया करायी है. भुवनेश्वर-कटक पुलिस आयुक्तालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि राज्य सरकार के निर्णय के बाद दोनों के लिए निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) तैनात किये गये हैं. उन्होंने कहा कि जब वे शहर में कहीं भी जायेंगे तो पीएसओ उनके साथ-साथ रहेंगे. ओडिशा सरकार ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब सैन्य अधिकारी, उनकी मंगेतर और उनके पिता तथा कुछ पूर्व सैन्यकर्मियों ने राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से मुलाकात की थी. पीड़िता ने माझी से मुलाकात के दौरान कहा कि इस मामले के कारण उसे धमकियां दी जा सकती हैं. हालांकि मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद महिला ने कहा कि अब वह राहत महसूस कर रही हैं और उम्मीद करती हैं कि उन्हें न्याय मिलेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है