आरएसपी के समर कोचिंग कैंप में किसान परिवार की बेटियां कड़ी मेहनत से कबड्डी में संवार रहीं करियर

आरएसपी का समर कोचिंग कैंप सात मई से शुरू हुआ है. इसमें राउरकेला व आसपास के अंचल की युवतियां कबड्डी समेत अन्य खेलों का प्रशिक्षण ले रही हैं. इसके लिए वे कड़ी मेहनत कर रही हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | May 10, 2024 12:18 AM

राउरकेला. राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के खेल विभाग की ओर से आयोजित ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर ग्रामीण पृष्ठभूमि के युवा प्रतिभाओं को प्रशिक्षित करने वाला एक परिवर्तनकारी मंच बना हुआ है, जो उन्हें खेल और उससे परे राज्य और देश का प्रतिनिधित्व करने की उनकी आकांक्षा को साकार करने में मदद करता है. शिविर का कबड्डी प्रशिक्षण कार्यक्रम वर्तमान में इंडोर स्टेडियम, सेक्टर-20 में चल रहा है, इसमें कई उभरती प्रतिभाएं दिख रही हैं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी अनूठी कहानियां और महत्वाकांक्षाएं हैं. लगातार तीसरे वर्ष शिविर में भाग ले रही लेफ्रिपाड़ा ब्लॉक के बनडेगा गांव की 16 वर्षीय उभरती प्रतिभा सुनीता महाकुल अपनी सफलता का श्रेय शिविर को देती हैं और अपने करियर को आकार देने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करती हैं. शिविर में एक कठिन सत्र के बाद मिलिया कुजूर खेल के प्रति अपने जुनून के बारे में बात करने के लिए अपनी जर्सी से धूल झाड़ते हुए कहती है, ‘मैं ऐसे कार्यक्रम के आयोजन के लिए आरएसपी को धन्यवाद देती हूं, जिसके कारण मैं अपना सपना साकार कर सकी’. मिलिया बालीशंकरा ब्लॉक के एक सुदूर गांव की रहने वाली हैं. सुनीता और मिलिया दोनों, जो सीमांत कृषक परिवारों से हैं, न केवल कबड्डी में उत्कृष्टता हासिल करने की इच्छा रखती हैं, बल्कि देश की सेवा करने के लिए पुलिस बल में शामिल होने की भी इच्छा रखती हैं. दोनों ने हाल ही में इंटर डिस्ट्रिक्ट कबड्डी चैंपियनशिप के अलावा कई प्रतिष्ठित टूर्नामेंटों में आरएसपी कबड्डी टीम का प्रतिनिधित्व किया है, जिसमें टीम राज्य की 30 टीमों के बीच तीसरे स्थान पर रही.

नुआगांव से साइकिल चलाकर सेक्टर-20 आती है सुमित्रा

इंडोर स्टेडियम, सेक्टर-20 में प्रशिक्षण सत्र से ब्रेक लेते हुए 20 वर्षीय कबड्डी प्रतिभा सुमित्रा मुंडारी कहती हैं कि अगर मैं एक दिन भारत का प्रतिनिधित्व करूंगी तो मेरी इस उपलब्धि का श्रेय निश्चित रूप से आरएसपी को जायेगा. सुमित्रा एक आदिवासी लड़की हैं, जिसके पिता आजीविका के लिए खेती करते हैं जो पार्श्वांचल नुआगांव ब्लॉक के केमन गांव से आती हैं, वह ग्रीष्मकालीन कोचिंग शिविर में भाग लेने के लिए हर दिन साइकिल चला कर आती है. यह 2019 का वह शिविर था जहां सुमित्रा की कबड्डी प्रतिभा को पहली बार पहचाना गया था. उन्होंने आरएसपी के कोच के मार्गदर्शन में अपने कौशल को निखारा और बाद में पंजाब में आयोजित सीनियर नेशनल कबड्डी चैंपियनशिप-2023 में ओडिशा का प्रतिनिधित्व किया.

अपने सपनों को पूरा करने के लिए बाधाओं का डट कर सामने कर रहीं प्रतिभाएं : कोच

आरएसपी के स्ट्रक्चरल एंड फैब्रिकेशन शॉप विभाग में काम करने वाले एक समर्पित कबड्डी कोच सुकरू तांती कहते हैं कि आरएसपी का ग्रीष्मकालीन कोचिंग कैंप कई ऐसी प्रतिभाओं को देख रहा है, जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए सभी बाधाओं का डट कर सामना कर रहे हैं. तांती एक पूर्व राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी प्रतिभाओं की पहचान करने और उनके बच्चों के खेल करियर के लिए माता-पिता के समर्थन को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. कबड्डी कैंप में कुल 72 प्रतिभागी भाग ले रहे. विशेषतः आरएसपी का ग्रीष्मकालीन कोचिंग शिविर सात मई को शुरू हुआ है और 27 मई तक चलेगा. शिविर में नामांकित 1500 से अधिक प्रतिभागी 14 खेलों जैसे एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, बॉक्सिंग, शतरंज, क्रिकेट, साइकिलिंग, फुटबॉल, हॉकी, कबड्डी, टेबल टेनिस, वॉलीबॉल, वेट लिफ्टिंग और पावर लिफ्टिंग एवं योग की बारीकियां सीख रहे हैं. विभिन्न खेलों के विशेषज्ञ प्रशिक्षक प्रशिक्षण दे रहे हैं. मल्टी-लोकेशन कैंप का आयोजन बीजू पटनायक हॉकी स्टेडियम, इस्पात स्टेडियम, इस्पात बास्केटबॉल कॉम्प्लेक्स, इस्पात इंडोर स्टेडियम और इस्पात स्टेडियम के शतरंज हॉल में किया जा रहा है.

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