Odisha News: पुरी के पास तट से टकराया गहरे दबाव का क्षेत्र, भारी बारिश की आशंका, 10 जिलों में अलर्ट

Odisha News: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र पुरी के पास तट से टकरा गया. भारी बारिश की आशंका जतायी गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 9, 2024 11:53 PM

Odisha News: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने गहरे दबाव के क्षेत्र के सोमवार को ओडिशा में पुरी के पास तट से टकराने के बाद राज्य सरकार ने उन तटीय जिलों में राहत एवं बचाव अभियान के लिए कमर कस ली है, जिनके इस मौसम प्रणाली से प्रभावित होने की आशंका है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने कहा कि गहरे दबाव का क्षेत्र किसी निम्न दबाव क्षेत्र का अधिक तीव्र चरण होता है और यह अमूमन चक्रवाती तूफान के पहले बनता है. भुवनेश्वर में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने बताया कि दबाव क्षेत्र हो या चक्रवात, किसी भी मौसम प्रणाली के टकराने में समय लगता है. मौजूदा दबाव क्षेत्र 55 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 65 किलोमीटर प्रति घंटे तक की तेज हवाओं के साथ पूर्वाह्न 10.30 से 11.30 बजे के बीच तट से टकराया. इससे पहले, आइएमडी ने एक बुलेटिन में कहा था कि गहरे दबाव का यह क्षेत्र सोमवार शाम तक अपनी तीव्रता बनाए रखते हुए उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ना जारी रखेगा और मध्यरात्रि तक कमजोर होकर दबाव क्षेत्र में बदल जायेगा.

मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी

मौसम विभाग ने ओडिशा के 10 जिलों गंजाम, कंधमाल, नयागढ़, खुर्दा, बलांगीर, बौध, मलकानगिरी, कोरापुट, नवरंगपुर और पुरी में मंगलवार सुबह 8.30 बजे तक भारी से बहुत भारी बारिश (7-20 सेंटीमीटर) होने की आशंका जताते हुए उनके लिए ‘रेड अलर्ट’ (कार्रवाई करें) जारी किया है. इस अवधि के दौरान कटक, अनुगूल, ढेंकानाल, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा और सोनपुर जिले में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है. विभाग ने मछुआरों को 11 सितंबर तक समुद्र के पास न जाने की सलाह दी है. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी के साथ चर्चा की और मलकानगिरी तथा कोरापुट के वरिष्ठ अधिकारियों व जिला अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों में जिला प्रशासन के मार्ग दर्शन और मदद के लिए तत्काल कदम उठाने के निर्देश जारी किये. माझी ने तटीय जिलों के जिला अधिकारियों से भी अलर्ट पर रहने को कहा है.

मलकानगिरी में हुई 253 मिमी बारिश

मलकानगिरी में सोमवार सुबह 8.30 बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में 253 मिलीमीटर बारिश हुई, जिससे मार्ग अवरुद्ध हो गये. विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) डीके सिंह ने मलकानगिरी, कोरापुट, रायगड़ा, गंजाम, कंधमाल, बौध और बलांगीर जिले में ओडीआरएएफ (ओडिशा आपदा त्वरित प्रतिक्रिया बल) की 18 टीम को पहले ही तैनात कर दिया है. राज्य सरकार ने गंजाम, खुर्दा, पुरी, नयागढ़ और बौध में 12 अन्य टीम को भी तैयार रखा है. अधिकारियों के मुताबिक, बारिश प्रभावित जिलों में अग्निशमन सेवा और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कर्मियों को भी तैनात किया गया है. एक अधिकारी ने बताया कि निचले इलाकों से अब तक 560 लोगों (कोरापुट में 56 और मलकानगिरी में 504) को निकाला गया है और उन्हें छह राहत शिविरों में पहुंचाया गया है. लगभग 150 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं. सोमवार सुबह 8.30 बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में जिन अन्य इलाकों में भारी बारिश हुई, उनमें मलकानगिरी के चित्रकोंडा और खैरपुट ब्लॉक (200 मिलीमीटर से अधिक) शामिल हैं, जबकि इसी जिले के कोरुकुंडा, मैथिली, कालीमेला ब्लॉक तथा कोरापुट जिले के बोरीगुम्मा, बोइपरिगुडा, लमतापुर ब्लॉक में 100 मिलीमीटर से अधिक वर्षा दर्ज की गयी. मौसम विभाग ने बताया कि उक्त अवधि में राज्य में औसतन 30.4 मिलीमीटर बारिश हुई. मलकानगिरी के जिला अधिकारी आशीष ईश्वर पाटिल ने खराब मौसम को देखते हुए मंगलवार को सभी स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र बंद रखने की घोषणा की. इस बीच, इंजीनियर-इन-चीफ (जल संसाधन) चंद्रशेखर पढ़ी ने संवाददाताओं से कहा कि गहरे दबाव क्षेत्र के प्रभाव से महानदी नदी में हल्की बाढ़ आ सकती है. उन्होंने बताया कि हीराकुद बांध में जलस्तर 623.93 फुट है, जबकि इसकी कुल भंडारण क्षमता 630 फुट है.

मुख्य सचिव ने राज्य में भारी बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की

ओडिशा में शनिवार से लगातार बारिश के कारण मलकानगिरी और कोरापुट में बाढ़ की स्थिति के लिए राज्य की तैयारियों का आकलन करने के लिए के मुख्य सचिव मनोज आहूजा ने सोमवार को एक आपात बैठक में स्थिति की समीक्षा की. बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव, जल संसाधन विभाग के सचिव, एडीजी, कानून एवं व्यवस्था, विशेष राहत आयुक्त, ओसडमा और अन्य संबंधित विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी सहित शीर्ष अधिकारियों ने भाग लिया. मालकानगिरी में भारी बारिश को ध्यान में रखते हुए राहत व बचाव कार्यों के प्रयासों में तेजी लाने के लिए, राज्य सरकार ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करने और क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए अग्निशमन विभाग के महानिदेशक सुधांशु षाड़ंगी, भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी विष्णुपद सेठी और डीआइजी चरण मीना सहित शीर्ष अधिकारियों की एक टीम भेजी है.

शहरी इलाकों के अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश

राज्य के विभिन्न हिस्सों में विशेषकर मलकानगिरी व कोरापुट जिले में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. वहीं आगामी 48 घंटों में विभिन्न इलाकों में भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है. इस संभावित भारी बारिश के कारण विभिन्न क्षेत्रों में वर्षा जल जमाव होने की आशंका को देखते हुए आवास एवं शहरी विकास विभाग की सचिव उषा पाढ़ी ने आज नगर निगम सहित सभी महानगर निगमों के आयुक्तों तथा अन्य शहरी निकायों के के कार्यकारी अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है. कार्यकारी अधिकारियों को सलाह दी गयी है कि वे निचले व व जलभराव की संभावना इलाकों के लिए पंप सेट तैयार रखें. शहरी निकायों को अपने नियंत्रण कक्ष तुरंत चालू करने की सलाह दी गयी है. वर्चुअल बैठक में विशेष सचिव राजेश प्रभाकर पाटिल, नगर निगम निदेशक देक्षीस सिंह, राज्य आवास निदेशक गंगाधर नाइक, अतिरिक्त प्रशासनिक सचिव रवींद्र कुमार साहू सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए.

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