भुवनेश्वर.
साइबर अपराधियों ने कमिश्नरेट पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है क्योंकि इन अपराधियों ने राजधानी के निवासियों से 17 करोड़ रुपये ठग लिए हैं. पुलिस के मुताबिक पिछले चार महीनों में भुवनेश्वर साइबर पुलिस स्टेशन को 1515 शिकायतें मिली हैं. इनमें से 100 मामले दर्ज किये गये हैं. जबकि धोखाधड़ी की कुल राशि 17 करोड़ रुपये है, पुलिस 7.15 करोड़ रुपये को रोकने में कामयाब रही है. पुलिस आयुक्त संजीब पांडा ने धोखाधड़ी की प्रकृति के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अधिकतर यूपीआई से संबंधित धोखाधड़ी की सूचना मिल रही है. इनमें क्रेडिट और डेबिट कार्ड और सोशल मीडिया से जुड़े मामले भी हैं. इसके अलावा ट्रेडिंग ऐप्स, नौकरी घोटाले और डिजिटल वॉलेट से संबंधित मामले भी सामने आ रहे हैं. जैसे-जैसे साइबर अपराधों की संख्या बढ़ रही है, साइबर पुलिस स्टेशन में कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ा दी गयी है. पुलिस लोगों को जागरूक कर रही है और उन्हें सतर्क रहने के लिए कह रही है. उन्हें भारत सरकार के यहां जाकर साइबर अपराध से संबंधित मामलों की रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है.महिला से बदसलूकी को लेकर मामला दर्ज
राउरकेला, बसंती कॉलोनी के एफई ब्लॉक में महिला से बदसलूकी को लेकर उदितनगर थाना में मामला दर्ज किया गया है. हालांकि इस मामले में किसी के गिरफ्तारी की सूचना नहीं है. जानकारी के अनुसार इस ब्लॉक में समरेंद्र सामल परिवार के साथ रहते हैं. जिसमें सामल के घर के एजबेस्टस पर पानी की टंकी रखने को लेकर उनका पड़ोसी भरत कुमार शतपथी के साथ कहा-सुनी हुई थी. इसके बाद भरत कुमार शतपथी अपने दामाद व बेटे के साथ सामल के घर पहुंचे थे. लेकिन उस समय सामल घर पर नहीं थे तथा उनकी पत्नी उर्वशी अकेली थीं. जिससे उन्होंने उनके साथ अश्लील भाषा में गाली-गलौज की थी. यहां तक कि उनके साथ अन्य युवकों ने भी उनके साथ गाली-गलौज की. इसकी शिकायत होने पर पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुटी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है