Rourkela News: आरएसपी में डिजिटल वॉक थ्रू का उद्घाटन, परिदर्शकों को शिक्षित करने में मिलेगी मदद

Rourkela News: आरएसपी के नॉलेज व डेवलपमेंट डिपार्टमेंट के वर्चुअल लैब में डिजिटल वाक थ्रू का उद्घाटन शनिवार को किया गया. यह परिदर्शकों को शिक्षित करने में सहायक होगा.

By Prabhat Khabar News Desk | September 29, 2024 12:11 AM

Rourkela News: राउरकेला इस्पात संयंत्र के नॉलेज व डेवलपमेंट डिपार्टमेंट के वर्चुअल लैब में बिना शॉप फ्लोर गये स्टील बनाने की प्रक्रिया की जानकारी हासिल करने के लिए 28 सितंबर, 2024 को निदेशक प्रभारी (डीआइसी) अतनु भौमिक ने एक इमर्सिव वर्चुअल रियलिटी (वीआर) फिल्म की विशेषता वाला डिजिटल वॉक थ्रू का उद्घाटन किया. इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (वर्क्स), एसआर सूर्यवंशी, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सामग्री प्रबंधन), अनिल कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा), डॉ जयंत आचार्य, कई अन्य मुख्य महाप्रबंधक, विभागाध्यक्ष और संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. इस अवसर पर डीआइसी भौमिक ने कहा कि यह डिजिटल वॉकथ्रू नये लोगों के साथ-साथ परिदर्शकों को शॉप्स में गये बिना शिक्षित करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में मददगार साबित होगा. यह इंटरैक्टिव डिजिटल अनुभव कच्चे माल की हैंडलिंग से लेकर तैयार उत्पाद प्रेषण तक आरएसपी की विभिन्न उत्पादन इकाइयों का एक व्यापक दृश्य प्रस्तुत करता है, जो विस्तृत 3डी विज़ुअलाइज़ेशन के माध्यम से संयंत्र के कामकाज में 360 डिग्री की जानकारी प्रदान करता है. इस परियोजना की शुरुआत इएंडए विभाग ने 1.22 करोड़ रुपये की लागत से की थी.

स्कूली बच्चों ने नुक्कड़ नाटक के जरिये दिया स्वच्छता का संदेश

राउरकेला इस्पात सयंत्र की नगर इंजीनियरिंग विभाग की जन स्वास्थ्य इकाई टाउनशिप और सयंत्र में चल रहे स्वच्छता पखवाड़ा के अवसर पर स्वास्थ्य, स्वच्छता और सफाई के बारे में जागरूकता पैदा करने में सक्रिय भूमिका निभा रही है. इसके तहत स्कूली बच्चों को स्थानीय इलाके में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करने को भी शामिल किया जा रहा है. हाल ही में दिल्ली पब्लिक स्कूल, सेक्टर-14 के छात्रों ने जन स्वास्थ्य इकाई के सहयोग से इस्पात सेंट्रल मार्केट के पास स्वच्छता ही सेवा के बैनर तले एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया. नाटक में कचरा निपटान के माध्यम से अपशिष्ट प्रबंधन, खुले में शौच से जुड़े स्वास्थ्य जोखिम, जलीय और स्थलीय पारिस्थितिकी तंत्र पर एकल उपयोग प्लास्टिक के विनाशकारी प्रभाव और डेंगू और मलेरिया जैसी कीट जनित बीमारियों से निपटने के लिए स्वस्थ स्वच्छता प्रथाओं के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया गया. नाटक का समन्वय स्कूल अधिकारियों और उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी, (नगर इंजीनियरिंग-जन स्वास्थ्य), दीपा लवंगारे के नेतृत्व वाली जन स्वास्थ्य इकाई किया गया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version