Rourkela News: राजी पाड़हा के धार्मिक समावेश में आदिवासियों के धार्मिक जागरण, शिक्षा व जीवनशैली पर हुई चर्चा
Rourkela News: राउरकेला राजी पाड़हा प्रार्थना सभा का विशाल धार्मिक समावेश गुरुवार को उदितनगर में आयोजित हुआ. इसमें कई धर्मगुरु शामिल हुए.
Rourkela News: उदितनगर के ओरामपाड़ा स्थित सारना पूजा स्थल पर गुरुवार को राउरकेला राजी पाड़हा प्रार्थना सभा की ओर से एक विशाल धार्मिक समावेश आयोजित किया गया. रांची से आये राष्ट्रीय धर्मगुरु बंधन तिग्गा ने बताया कि ओराम संप्रदाय की जीवन शैली, परंपरा व संस्कृति अन्य संप्रदाय से संपूर्ण भिन्न हैं. राजी पाड़हा प्रार्थना सभा के प्रयास से सरना धर्म पुनर्जीवित हो सका है. इस धर्म के लोगों को गुमराह करने तथा विभाजन पैदा करने के लिए हर समय प्रयास किया जाता है. इसकी रोकथाम करने के लिए राजी पाड़हा की ओर से यह कार्यक्रम किया जा रहा है. इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य युवाओं को जागरूक करना व उन्हें उनके समाज के बारे में जानकारी देना है.
समाज के विशिष्ट व्यक्तियों को किया गया सम्मानित
सरना प्रार्थना सभा की ओर से उदितनगर राउरकेला में आयोजित इस कार्यक्रम में जगदा झीरपानी से धर्मगुरुओं को एक बाइक रैली में लाया गया. यहां पर उनका स्वागत करने के साथ जलाभिषेक व सरना स्थल पर प्रार्थना की गयी. समाज के विशिष्ट व्यक्तियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम में झारखंड राज्य के अध्यक्ष रवि तिग्गा, राष्ट्रीय प्रचारक कमलेई किसपोट्टा, रेणु तिर्की ने शामिल होकर विचार रखे. इस कार्यक्रम में झारखंड के गुमला, रांची व लातेहार, ओडिशा के मयूरभंज, देवगढ़, संबलपुर, बरगढ़ व सुंदरगढ़ के विभिन्न ब्लाकों के लोग शामिल हुए.
5000 से अधिक लोगों का हुआ जुटान
राजी पाड़हा प्रार्थना सभा के राज्य कमेटी ओडिशा के मणिलाल केरकेट्टा, महासचिव सुशील लकड़ा, जिला कमेटी सुंदरगढ़ के बिलू तिर्की, अनंत ओराम व टाउन कमेटी के जरिओ केरकेट्टा, हेमंती मिंज, मीना तिर्की, बिरसी बाड़ा, हेमा एक्का, विरंचू तिग्गा, सरोज मिंज शामिल थे. इस कार्यक्रम में आदिवासियों के धार्मिक जागरण, जीवन शैली, धार्मिक शिक्षा व पितृपुरुष की जीवनशैली पर चर्चा की गयी. सुबह से लेकर शाम तक आयोजित इस कार्यक्रम में पांच हजार से अधिक लोगों का जुटान हुआ.
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