भुवनेश्वर. ओडिशा में संचालित मो बस का नाम बदल कर ‘आम बस’ किया जा सकता है. यदि आवश्यक हुआ, तो इस पर अधिक चर्चा की जायेगी. शहरी विकास व गृह निर्माण मंत्री डॉ कृष्ण चंद्र महापात्र ने पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी. मंत्री डॉ कृष्ण चंद्र महापात्र ने आज सुबह मो बस में यात्रा की. उन्होंने मो बस में सफर करते समय एक आम यात्री की तरह अपने लिए टिकट भी खरीदा और आम जनता से मो बस के बारे में फीडबैक भी लिया. इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में श्री महापात्र ने कहा कि जब हम ‘मो’ बोलते हैं, तब हममें अहं का भाव आ जाता है. इसलिए यदि इसका नाम ‘आम बस’ किया जायेगा, तो अच्छा रहेगा.
नागरिकों की जरूरत के आधार पर बढ़ेगी बसों की संख्या
उन्होंने कहा कि मो बस सेवा नागरिकों को सुविधाजनक, स्थायी और सुरक्षित परिवहन विकल्प प्रदान कर रही है. बस में यात्रा करने वाले नियमित यात्रियों से विस्तार से चर्चा होगी. नागरिकों की जरूरत के आधार पर बसों की संख्या बढ़ायी जायेगी. हम समय-समय पर स्थिति का अध्ययन कर रहे हैं. जहां आवश्यक होगा वहां और अधिक बस सेवाएं प्रदान की जायेंगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना के तहत कैपिटल रीजन अर्बन ट्रांसपोर्ट (क्रूट) में 400 इलेक्ट्रिक बसें शामिल की जायेंगी.
क्रूट के कार्यों की प्रशंसा की
मंत्री ने क्रूट के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसने पिछले छह वर्षों में मो बस सेवा उपलब्ध कराने के मामले में काफी अच्छा काम किया है. क्रूट की ओर से जो बसें चलायी जा रही हैं उनमें से 63 इलेक्ट्रिक बसें है. आगामी दिनों में कटक, भुवनेश्वर और राउरकेला शहरों के लिए 100-100 और संबलपुर और ब्रह्मपुर शहरों के लिए 50 इलेक्ट्रिक बसें इसमें जोड़ी जायेंगी. मंत्री डॉ महापात्र मास्टर कैंटीन से मो बस में यात्रा कर गाड़कन डिपो पहुंचे. वहां क्रूट के प्रबंध निदेशक तथा भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी अरुण बोथरा ने उनका स्वागत किया.
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