महाप्रभु की रथयात्रा को भव्य बनाने में सभी सहयोग करें : मुख्यमंत्री
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने रविवार को स्नान पूर्णिमा और रथ यात्रा को लेकर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने सभी विभागों व राज्यवासियों से रथयात्रा में सहयोग की अपील की.
भुवनेश्वर. राज्य के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा और स्नान पूर्णिमा से पहले तैयारियों पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता रविवार को की. सीएम ने रथयात्रा के सुचारू और शांतिपूर्ण संचालन के लिए सभी का सहयोग मांगा. बैठक में कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन, मुख्य सचिव प्रदीप जेना, पुलिस महानिदेशक अरुण षाड़ंगी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे. बैठक के बाद पृथ्वीराज हरिचंदन ने बताया कि हमने मुख्यमंत्री को मौजूदा स्थिति और सुरक्षित रथ यात्रा के लिए उठाये जा रहे कदमों से अवगत कराया. शांतिपूर्ण रथ उत्सव के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा के लिए इस संबंध में एक और बैठक आयोजित की जायेगी. सेवायतों और अन्य हितधारकों के साथ भी बैठक होगी. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार भगवान जगन्नाथ की सभी परंपराओं और अनुष्ठानों की रक्षा करने के लिए उत्सुक है. विश्व प्रसिद्ध रथ यात्रा सभी के सहयोग से शांतिपूर्ण तरीके से पूरी की जायेगी. इसी तरह, समीक्षा बैठक में शामिल मुख्य सचिव ने बताया कि सीएम ने रथ यात्रा और स्नान पूर्णिमा की तैयारियों सहित कई मामलों पर चर्चा की. जेना ने कहा, मैंने सीएम को रथ यात्रा और स्नान पूर्णिमा के लिए सभी संस्थागत व्यवस्थाओं और प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी. चूंकि इस साल सात जुलाई को रथ यात्रा बड़े धूमधाम से मनायी जानी है, इसलिए दो समीक्षा बैठकें होंगी, जिनमें से एक की अध्यक्षता कानून मंत्री और दूसरी की अध्यक्षता सीएम मोहन माझी करेंगे. उन्होंने कहा कि इस बैठक में सभी नियमित प्रक्रियाओं, आवश्यक व्यवस्थाओं, सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मियों की तैनाती और अन्य बातों पर ध्यान केंद्रित किया गया. हमने सीएम को रथ यात्रा और स्नान पूर्णिमा के लिए किए जाने वाले सभी कार्यक्रमों की व्यापक जानकारी दी.
दुर्लभ बीमारी से पीड़ित किशोर को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने रविवार को भद्रक जिला प्रशासन को दुर्लभ बीमारी से पीड़ित किशोर बाबुली बारिक को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, माझी ने संबंधित अधिकारियों से उसके (नाबालिग के) परिवार के सदस्यों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 30,000 रुपये प्रदान करने को भी कहा. बयान में कहा गया कि 14-वर्षीय बबुली ‘ट्रॉमेटिक न्यूरो मोटर डिसऑर्डर’ नामक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित है और उसके माता-पिता उसके समुचित इलाज का खर्च वहन करने में असमर्थ हैं. बयान में कहा गया है कि माझी के निर्देशानुसार चिकित्सकों की एक टीम जांच के लिए माधापुर में बाबुली के गांव गयी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भेज दिया गया. जिला प्रशासन को भी पीड़ित के परिवार से संपर्क में रहने को कहा गया है.
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