राउरकेला. करोड़ों रुपये खर्च कर शहर को खुबसूरत बनाने का दावा कर रहे प्रशासन की नजर राउरकेला बस स्टैंड पर नहीं है. यहां रोजाना हजारों की संख्या में यात्रियों का आना-जाना रहता है. इस भीषण गर्मी में बस स्टैंड में पंखे नहीं होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है. गर्मी में झुलसते हुए बसों का इंतजार करना पड़ता है. इधर, दो दिनों में तापमान में सुधार होने के कारण भले ही लोग राहत ले रहे हैं, लेकिन बस स्टैंड में स्थिति ऐसी है कि 46 डिग्री सेल्सियस तापमान में भी लोगों को बगैर पंखे के ही बसों का इंतजार करना पड़ता है. राउरकेला न्यू बस स्टैंड से सुंदरगढ़ जिले के अलग-अलग इलाकों सहित राज्य व पड़ोसी राज्यों के लिए भी बसें चलती हैं. ऐसे में काफी संख्या में यात्रियों का यहां पर रोजाना आना होता है. इस गर्मी में पंखे नहीं लगे होने के कारण यात्रियों को गर्मी में ही बसों का इंतजार करना पड़ता है.
हॉकी विश्वकप के दौरान बस स्टैंड में नहीं हुए विकास कार्य
हॉकी विश्वकप-2023 की मेजबानी मिलने के बाद स्मार्ट सिटी राउरकेला में अलग-अलग विकास परियोजनाएं चलायी गयीं. लेकिन न्यू बस स्टैंड में किसी तरह का विकास कार्य या जीर्णोद्धार नहीं हुआ. न्यू बस स्टैंड 90 के दशक में बना था. उस समय लगे पंखें टूट चुके हैं. ज्यादातर पंखे काम नहीं करते हैं. बाद में यहां पर नये पंखे नहीं लगाये गये. नतीजतन यात्रियों को यहां पर गर्मी में बगैर पंखों के ही इंतजार करना पड़ता है. यहां रोजाना पांच हजार से अधिक लोगों का आना-जाना होता है. सुबह से लेकर देर शाम तक यहां चहल-पहल रहती है.
झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ जाने के लिए आते हैं यात्री
राउरकेला बस स्टैंड से राउरकेला व सुंदरगढ़ जिले के अलग-अलग स्थानों तथा ओडिशा के विभिन्न हिस्सों में जाने के लिए लोग पहुंचते हैं. इसके अलावा पड़ोसी राज्य झारखंड के रांची, सिमडेगा, बिहार के गया, पटना तथा छत्तीसगढ़ के रायपुर जाने के लिए बसें चलती है. जिस कारण काफी संख्या में यात्रियों की आवाजाही यहां होती है.
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