पहले लोगों का पुनर्वास, फिर जमीन का अधिग्रहण करे रेलवे : शारदा नायक
रेलवे की थर्ड लाइन के लिए बंडामुंडा से पानपोष के बीच करीब 300 घरों को खाली करने की नोटिस दी गयी है. इसके खिलाफ बीजद ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया. प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन एडीएम को सौंपा गया.
राउरकेला. रेलवे की ओर से थर्ड लाइन के लिए बंडामुंडा से पानपोष के बीच जमीन अधिग्रहण की नोटिस के खिलाफ शुक्रवार को बीजद नेताओं व कार्यकर्ताओं ने बस्तीवासियों के साथ राउरकेला एडीएम कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया. विधायक शारदा नायक की अगुवाई में कार्यकर्ताओं और बस्तीवासियों ने पहले पुनर्वास, फिर अधिग्रहण की मांग बुलंद की. बीजद ने मांग की है कि राज्य और केंद्र दोनों ही जगहों पर भाजपा की सरकार है, लिहाजा वे इस समस्या का समाधान करें. विधायक शारदा नायक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बारिश के मौसम में गरीबों को घर से हटाया जा रहा है. विकास के हम पक्षधर हैं. विकास के लिए जमीन जरूरी है, तो जरूर लें, लेकिन गरीबों को आशियाना भी उपलब्ध करायें. राज्य में जब बीजद की सरकार थी, तो हमने गरीबों के लिए घर बनाये. विकास के लिए जरूरी जमीन का अधिग्रहण करने से पहले हमने गरीबों का घर बनाया. हम चाहते हैं कि अभी भी ऐसा ही होना चाहिए. जमीन अधिग्रहण करें, लेकिन गरीबों का पहले पुनर्वास करा दें. मेरा भरोसा है कि प्रधानमंत्री गरीबों की आवाज को सुनेंगे और पहले पुनर्वास के बाद ही इनकी जमीन अधिग्रहित की जायेगी.
सिंहासनी मंदिर से एडीएम कार्यालय तक रैली में पहुंचे कार्यकर्ता
पूर्व घोषित विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए लोग सुबह से ही सिंहासनी मंदिर में बीजद कार्यकर्ता व बस्तीवासी जमा होने लगे थे. वहां से एक रैली निकालकर सभी आंडेबडकर चौक होते हुए एडीएम कार्यालय पहुंचे. विधायक शारदा नायक इस रैली की अगुवाई कर रहे थे. उन्होंने सरकार के रवैये की आलोचना करते हुए पुनर्वास की मांग दोहरायी. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने भी जमकर नारेबाजी की.
रेलवे ने सात दिनों में जमीन खाली करने की दी थी नोटिस
रेलवे ने सात दिनों के अंदर कुम्हारपाड़ा में रेलवे की जमीन खाली करने की नोटिस दी थी. जिसके बाद से ही स्थानीय लोग तय की गयी जमीन तक अपने घरों को हटाने का काम शुरू कर चुके हैं. बस्ती में इसे लेकर सन्नाटा है. वहीं रेलवे ने मौके पर बुलडोजर तैनात कर दिया है. हालांकि अभी तक रेलवे ने बलपूर्वक जमीन अधिग्रहण करने का काम शुरू नहीं किया है. लेकिन लोगों ने खुद ही घरों को खाली करना शुरू कर दिया है. शुक्रवार को खुद विधायक शारदा नायक कुम्हारपाड़ा पहुंचे और बस्तीवासियों को ढाढ़स बंधाया.
बस्तीवासियों ने इस बात पर नाराजगी जतायी कि उनके इलाके की बिजली काट दी गयी है. शुक्रवार को जब विधायक पहुंचे, तो लोगों की शिकायत को सुनने के बाद बिजली विभाग के कार्यालय में फोन कर उनसे कहा कि किसी भी परिस्थिति में बिजली नहीं काटी जाये, क्योंकि बारिश का समय है और अंधेरे में लोगों को रात गुजारनी पड़ रही है.कुम्हारपाड़ा में करीब 30 घर होंगे खाली
50 साल से अधिक पुरानी कुम्हारपाड़ा बस्ती के करीब 30 घरों को नोटिस जारी की गयी है. यह वे घर हैं, जो रेलवे पटरी के बगल में ही स्थित है. रेलवे की ओर से कहा गया है कि रेलवे की जमीन आगे तक है, लेकिन उतनी ही जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है, जितना परियोजना के लिए जरूरी है. थर्ड लाइन परियोजना देश की है, लिहाजा हर हाल में इसे पूरा करना है.अन्य बस्तियों को भी मिली है नोटिस
रेल पटरी के किनारे बसी लगभग सभी बस्तियों में रेलवे की जमीन पर रह रहे लोगों को नोटिस जारी हुई है. परियोजना के लिए जरूरी जमीन को खाली करने के लिए रेलवे पूरी तरह से तत्पर नजर आ रही है. रेलवे की ओर से इंदिरा नगर, रिमझिम बस्ती, मालगोदाम, कुंभारपाड़ा, आंबेडकरनगर, हरिपुर, एफसीआइ, गंगाधरपाली आदि अंचलों में करीब 300 घरों को खाली करने की नोटिस दी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है