Rourkela News: आरएसपी के पांच अधिकारियों को मिला सेल शाबाश पुरस्कार
Rourkela News: आरएसपी के निदेशक प्रभारी अतनु भौमिक ने संयंत्र के पांच अधिकारियों को सराहनीय योगदान के लिए सेल शाबाश योजना के तहत पुरस्कार प्रदान किया.
Rourkela News: आरएसपी के निदेशक प्रभारी (डीआइसी) अतनु भौमिक ने संयंत्र के पांच अधिकारियों को उनके संबंधित क्षेत्रों में सराहनीय योगदान के लिए सेल शाबाश योजना के तहत पुरस्कार प्रदान किया. ये पुरस्कार गुरुवार को आरएसपी के मंथन सम्मेलन हॉल में आयोजित एक विशेष समारोह में प्रदान किये गये. उल्लेखनीय है कि यह पहली बार था कि आरएसपी में डीआइसी स्तर के शाबाश पुरस्कार प्रदान किये गये. पुरस्कार के साथ एक प्रमाण पत्र और 10,000 रुपये का उपहार वाउचर दिया गया.
ईमानदारी, टीम वर्क और बदलाव लाने की क्षमता पर दिया जोर
श्री भौमिक ने विजेताओं के समर्पण की सराहना की और उन्हें अच्छा काम जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने ईमानदारी, टीम वर्क और बदलाव लाने की क्षमता पर भी जोर दिया, क्योंकि ये ऐसे आवश्यक कारक हैं जो अंततः संगठन को टिकाऊ बनायेंगे. इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) तरुण मिश्रा, कार्यपालक निदेशक प्रभारी (वर्क्स) आलोक वर्मा, कार्यपालक निदेशक (संचालन) विश्व रंजन पलाई, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) अनिल कुमार, कार्यपालक निदेशक (खान) मुन्ना प्रसाद सिंह तथा कार्यपालक निदेशक (परियोजना) सुदीप पाल चौधरी भी उपस्थित थे.
30 नवंबर को गौरव अरोड़ा को मिला था शाबाश पुरस्कार
पुरस्कार प्राप्त करने वालों में महाप्रबंधक (एसएमएस-2) एमजी श्रीकांत, महाप्रबंधक (एचएसएम-2, मैकेनिकल) सुब्रत कानूनगो, महाप्रबंधक (जन संपर्क) एवं संचार मुख्य, अर्चना सत्पथी तथा उप महाप्रबंधक (बागवानी) एवं प्रभारी (जेडडीपी) डॉ अविजीत विश्वास शामिल हैं. महाप्रबंधक (एचआर-ओडी) सोमजीत बड़पंडा ने समारोह का संचालन किया. इससे पहले 30 नवंबर को डीआइसी के कार्यालय में आयोजित एक अलग समारोह में अतनु भौमिक ने डीआइसी सचिवालय में तत्कालीन उप महाप्रबंधक गौरव अरोड़ा को सेल शाबाश पुरस्कार प्रदान किया था.
आरएसपी की जीएम पीआर अर्चना शतपथी को मिला शाबाश पुरस्कार
राउरकेला स्टील प्लांट की जीएम (पब्लिक रिलेशन) व सीओसी अर्चना शतपथी काे शाबाश पुरस्कार मिला है. आरएसपी के डीआइसी अतनु भौमिक से पुरस्कार ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा कि पुरस्कार मुझे याद दिलाते हैं कि मेरे प्रयास मायने रखते हैं तथा मेरे योगदान को महत्व दिया जाता है. मुझे शाबाश पुरस्कार के लिए चुनने के लिए निदेशक प्रभारी और आरएसपी के पूरे शीर्ष प्रबंधन की आभारी हूं. इस पुरस्कार को और भी यादगार बनाने वाली बात यह है कि यह एक पूर्ण आश्चर्य था. मुझे बिल्कुल भी पता नहीं था कि मेरे नाम पर विचार किया जा रहा है.
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