Rourkela News: राउरकेला हवाई अड्डा से लगातार तीसरे दिन विमान सेवा बाधित रही
Rourkela News: राउरकेला हवाई अड्डा से शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन विमान सेवा बाधित रही. इस हवाई अड्डा का मालिकाना सरकार के हाथ में सौंपने की मांग हो रही है.
Rourkela News:अपनी स्थापना के बाद से ही समस्या झेल रहे राउरकेला एयरपोर्ट की परेशानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. पिछले तीन दिनों से यहां से विमान सेवा बाधित है. जिस कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इन परेशानियों के बीच फिर एक बार इस एयरपोर्ट का नियंत्रण पूरी तरह से राज्य और केंद्र सरकार से अपने हाथों में लेने की मांग उठ रही है. सचेतन नागरिक मंच के अध्यक्ष विमल बिशी ने इस मांग को दोहराते हुए कहा कि डबल इंजिन की सरकार चाहे, तो राउरकेला से विमान सेवा की समस्या का स्थायी समाधान हो सकता है. सेल को जमीन राज्य सरकार ने दी है और इसे सरकार वापस ले सकती है. अभी ओडिशा के जयपुर एयरपोर्ट का जिस तरह से विकास हो रहा है, उसी तर्ज पर राउरकेला का भी होना चाहिए. लेकिन विकास की राह में सबसे बड़ी अड़चन यह आ रही है कि अभी सरकार का पूरी तरह से इस एयरपोर्ट पर नियंत्रण नहीं है. जिस कारण यह समस्या है.
560 दिनों में 200 दिन कैंसिल रही है फ्लाइट
विमल बिशी ने आंकड़े देते हुए कहा कि जनवरी, 2023 में विमान सेवा शुरू होने से लेकर अब तक 560 दिनों में से करीब 200 दिन फ्लाइट कैंसिल रही हैं. जबकि यात्रियों की बात करें, तो औसतन अस्सी फीसदी यात्रियों ने टिकट बुक किया था. जिससे साफ है कि राउरकेला से विमान सेवा की संभावनाएं काफी अच्छी हैं. लेकिन सेवा नहीं मिल पा रही.
विमान में तकनीकी खराबी के कारण कैंसिल रही फ्लाइट
राउरकेला से भुवनेश्वर की दैनिक उड़ान तीन दिनों से रद्द है. जिससे जिससे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी है. बताया जा रहा है कि पायलट का साइड ग्लास टूटने के बाद विमान सेवा दो दिनों के लिए रद्द कर दी गयी है. फ्लाइट को शुक्रवार को उड़ान भरनी थी, लेकिन मरम्मत का काम पूरा नहीं होने के कारण सेवा बाधित रही. ऐसी गलतियां बार-बार होने के बाद भी कोई स्थायी समाधान नहीं किया जा रहा है. राउरकेला से भुवनेश्वर और राउरकेला से कोलकाता की उड़ानों में लगातार खराबी आ रही है. हल्की बारिश होने पर विमान राउरकेला में न तो उतर सकता है और न ही उड़ान भर सकता है. यह समस्या काफी समय से चली आ रही है. स्थानीय निवासियों, विभिन्न संघों और विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से ध्यान आकर्षित किया गया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. हवाई अड्डे पर उचित दृश्यता के लिए आवश्यक उपकरणों की कमी के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है. पिछले दिनों राज्यपाल का विमान भी यहां लैंड नहीं कर सका था और भुवनेश्वर वापस लौट गया था.
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