दक्षिण राउरकेला : युवा व्यवसायी से ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 32.50 लाख रुपये की ठगी

दक्षिण राउरकेला के फर्टिलाइजर स्थित रंगीला चौक के एक युवा व्यवसायी से ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 32.50 लाख रुपये की साइबर ठगी की शिकायत थाना में दर्ज करायी गयी है. साइबर पुलिस जांच में जुटी है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 25, 2024 11:38 PM

राउरकेला. साइबर गिरोह दिन-ब-दिन ठगी के तरीके बदल रहे हैं. रातों-रात करोड़पति बनने का सपना दिखाकर ठगी करते हैं और लाखों रुपये ऐंठ लेते हैं. जिनका पता लगाने में अभी तक यहां की साइबर पुलिस विफल रही है. राउरकेला में हर माह एक-दो लोग साइबर ठगी का शिकार होते हैं. ताजा मामले में दक्षिण राउरकेला के फर्टिलाइजर स्थित रंगीला चौक का एक युवा व्यवसायी साइबर ठगी का शिकार हुआ है. जिससे 32.50 लाख रुपये की साइबर ठगी कर ली गयी है. राउरकेला साइबर थाना में इसकी शिकायत होने पर मामले की जांच की जा रही है. जानकारी के अनुसार, फर्टिलाइजर के युवा व्यवसायी की एक छोटी दुकान है. जिसकी कमाई से उसकी आजीविका चल रही है. इस बीच स्थानीय क्षेत्र की एक युवती ने उसे ऑस्ट्रेलिया की ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनी ‘हार्वे नॉर्मन’ के माध्यम से व्यापार करने का लालच दिया. उन्होंने बिजनेस के तरीकों के बारे में भी बताया. उन्होंने यह भी बताया कि कैसे हर महीने आसानी से लाखों रुपये कमाये जा सकते हैं. लालच में आकर युवा व्यवसायी सहमत हो गया. उसने सबसे पहले ट्रेडिंग कंपनी की वेबसाइट पर अपना खाता खोला तथा जुलाई के पहले सप्ताह से कारोबार शुरू किया.

इलेक्ट्रॉनिक सामान बेचकर हुआ मुनाफा, लेकिन नहीं निकाल सका पैसा

कंपनी ने युवा व्यवसायी के लिए 15 हजार रुपये का इलेक्ट्रॉनिक सामान ऑनलाइन खरीदा. इसे ऑनलाइन बेचने के बाद युवा व्यवसायी को एक हजार रुपये का मुनाफा हुआ. बाद में युवा कारोबारी ने कंपनी की साइट पर 15,000 रुपये का निवेश किया. उन्हें 5 हजार रुपये का मुनाफा हुआ. दूसरे चरण में 30,000 रुपये के निवेश में 10 हजार का मुनाफा हुआ. तीसरे चरण में 1 लाख लगाने पर 40 हजार रुपये का फायदा हुआ. इस तरह उन्होंने समय-समय पर 20 लाख रुपये का निवेश किया. कंपनी के खाते में सात लाख का मुनाफा और 20 लाख की पूंजी जमा थी. जिसे युवा व्यवसायी ने जब निकालना चाहा, तो निकाल नहीं सका.

खाते से 27 लाख रुपये निकालने के लिए जमा कराये 12.50 लाख, तब हुआ ठगी का एहसास

इस बारे में जब व्यवसायी ने कंपनी के कर्मचारी से बात की, तो उसे बताया गया कि अगर एक साथ सारा पैसा निकाला है, तो 50 फीसदी राशि कट जायेगी. प्रतिदिन तीन लाख रुपये से ज्यादा नहीं निकाले जा सकेंगे. कुल 27 लाख रुपये निकालने के लिए उसने युवा व्यवसायी से कहा कि उन्हें दोबारा 12 लाख 50 हजार रुपये जमा करने होंगे. लालच में आकर युवा व्यवसायी ने 12 लाख 50 हजार रुपये समेत कुल 32 लाख 50 हजार रुपये जमा किये. बाद में उन्होंने कंपनी के अधिकारियों से बार-बार बात की, लेकिन कंपनी के अधिकारियों ने उसकी कोई बात नहीं सुनी. जिससे ठगी का शिकार होने का पता चलने पर उसने इसकी शिकायत साइबर थाना की. जिसके आधार पर साइबर पुलिस जांच में जुटी है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version