Rourkela News: राउरकेला स्टील प्लांट में आगामी मान्यता प्राप्त यूनियन चुनाव को लेकर अभी भले ही तारीख की घोषणा नहीं हुई है. लेकिन ट्रेड यूनियनों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. रविवार काे सेक्टर-4 स्थित बीएमएस संबद्ध राउरकेला इस्पात कारखाना कर्मचारी संघ (रिक्स) में आयोजित नुआखाई भेंटघाट में चुनाव को लेकर तैयारियों पर चर्चा हुई. केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री व सुंदरगढ़ सांसद जुएल ओराम, रघुनाथपाली विधायक दुर्गाचरण तांती तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री दिलीप राय ने कार्यक्रम में शामिल होकर नुआखाई की बधाई देने के साथ आरएसपी में मान्यता प्राप्त यूनियन चुनाव में बीएमएस की जीत को लेकर मंथन किया. तीनों नेताओं के साथ रिक्स के मार्गदर्शक रंजन पटेल ने भी अपनी बात रखी.
जिस पार्टी का सांसद-विधायक होता है, उसकी जीत होती है : जुएल
केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम ने कहा है कि राउरकेला का इतिहास रहा है कि यहां पर सांसद व विधायक जिसका होता है, मान्यता प्राप्त यूनियन चुनाव में जीत भी उसी की होती है. जिससे आगामी दिनों में होनेवाले चुनाव में बीएमएस की जीत सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं से कमर कसकर तैयारी में जुट जाने का आह्वान किया. वहीं रघुनाथपाली विधायक दुर्गाचरण तांती ने कहा कि वे पहले रिक्स के कार्यकर्ता हैं. जिससे आगामी दिनाें में वे पूरा समय देकर यूनियन के लिए प्रचार करेंगे. पूर्व केंद्रीय मंत्री दिलीप राय ने यूनियन चुनाव को लेकर सभी कार्यकर्ताओं को तैयार रहने का परामर्श दिया. यहां तक कि चुनाव के समय वे स्वयं यहां पर पांच दिनों तक रहकर चुनाव प्रचार करेंगे. मार्गदर्शक रंजन पटेल ने कहा कि 39 महीनों का बकाया एरियर पाने तथा ग्रेच्युटी सीलिंग के खिलाफ रिक्स ने जो लड़ाई जारी रखी है, उसे तृणमूल स्तर पर सभी कर्मचारियों तक पहुंचाना पड़ेगा. ऐसा करने से हमारी जीत अवश्य होगी. यूनियन के महासचिव हिमांशु बल ने कहा कि हमारा लक्ष्य आगामी राउरकेला स्टील प्लांट में मान्यता यूनियन चुनाव है. चुनाव में जीत होने पर कोर्ट केस भी आसान होगा. अत: सभी कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर काम करना पड़ेगा. भारतीय इस्पात मजदूर महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र महांत भी मंचासीन थे. कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र कंसारी ने धन्यवाद ज्ञापन किया. अध्यक्ष प्रदोष पंडा ने शांति पाठ किया.
39 महीनों के एरियर, ग्रेच्युटी सीलिंग का मुद्दा उठा, बोनस पर चर्चा नहीं हुई
बीएमएस संबद्ध राउरकेला इस्पात कारखाना कर्मचारी संघ (रिक्स) कार्यालय में हुई नुआखाई भेंटघाट में केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम, पूर्व केंद्रीय मंत्री दिलीप राय, रघुनाथपाली विधायक दुर्गाचरण तांती, मार्गदर्शक रंजन पटेल की उपस्थिति में मान्यता यूनियन चुनाव पर चर्चा हुई. जिसमें 39 महीनों का बकाया एरियर, ग्रेच्युटी सीलिंग का मुद्दा उठा. लेकिन आगामी दुर्गापूजा के लिए वर्तमान एक महीने का ही समय बचा होने के बाद भी इस्पात कर्मचारियों को किस प्रकार सम्मानजनक बाेनस दिलाया जा सकेगा, इस पर चर्चा नहीं हुई.पिछले साल आरएसपी कर्मियों को मिला था 23,000 रुपये बोनस
वर्ष 2022 में इस्पात कर्मचारियाें को सर्वाधिक 40,500 रुपये का बोनस मिला था. गत 2023 के लिए दुर्गापूजा से महज तीन-चार दिन पहले गत 17 अक्तूबर को पांच एनजेसीएस यूनियन इंटक, एटक, बीएमएस, सीटू व आरएमएस के प्रतिनिधियों के साथ प्रबंधन की वार्ता हुई थी. यूनियनों ने 40,500 से ज्यादा बोनस मांगा था. लेकिन प्रबंधन ने मांग नहीं मानी तथा अपनी ओर से 23,000 रुपये का बोनस कर्मचारियों के बैंक खाते में डाल दिया था. जिससे इस बार इस्पात कर्मचारियों को किस प्रकार सम्मानजनक बोनस दिलाया जा सकेगा, इस पर अभी तक किसी भी एनजेसीएस यूनियन ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है