ओडिशा सरकार पुरी में जगन्नाथ संस्कृति व्याख्यान केंद्र स्थापित करेगी : कानून मंत्री

ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने रविवार को कहा कि पुरी में एक इंटरप्रिटेशन सेंटर की स्थापना की जायेगी. यहां लोग जगन्नाथ संस्कृति का अनुभव कर सकेंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | August 19, 2024 12:09 AM

भुवनेश्वर. ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने रविवार को कहा कि पुरी में श्रीजगन्नाथ संस्कृति पर आधारित एक व्याख्यान केंद्र (इंटरप्रिटेशन सेंटर) की स्थापना की जायेगी. श्रीजगन्नाथ संस्कृति के संबंध में पूरे विश्व में जानकारी हो, इसी उद्देश्य को लेकर इस इंटरप्रिटेशन सेंटर की स्थापना की जायेगी. जिन लोगों को पुरी के श्रीमंदिर के अंदर प्रवेश करने का अधिकार नहीं है, वे इस इंटरप्रिटेशन सेंटर में जाकर महाप्रभु की संस्कृति को अनुभव कर सकेंगे. इस इंटरप्रिटेशन सेंटर में श्रीमंदिर के विभिन्न अनुष्ठानों के बारे में जानकारी प्रदान की जायेगी और भक्तों के बीच जगन्नाथ संस्कृति को बढ़ावा दिया जायेगा. पुरी में 2200 करोड़ रुपये से अधिक की अधूरी परियोजनाओं के बारे में पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए श्री हरिचंदन ने भूमि अधिग्रहण के मुद्दों को प्राथमिक बाधा बताया. उन्होंने बताया कि आवश्यक भूमि का कुछ हिस्सा भगवान जगन्नाथ के मंदिर प्रशासन का है, जबकि अन्य भाग निजी व्यक्तियों का है. समीक्षा करने के बाद, परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए एक स्पष्ट योजना तैयार की गयी है. परियोजना की कार्यान्वयन एजेंसी, ओडिशा ब्रिज कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (ओबीसीसी) को निर्णय के बारे में सूचित कर दिया गया है. भूमि अधिग्रहण की चुनौतियों का समाधान करने के लिए पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान खोजने के लिए प्रभावित व्यक्तियों के साथ चर्चा की जायेगी.

श्रीमंदिर के रत्नभंडार का जीपीआर सर्वे किया जायेगा

श्री हरिचंदन ने कहा कि रत्न भंडार के खाली बक्से व आलमारियों आदि के स्थानांतरण के लिए सरकारी अनुमति पहले ही दी जा चुकी है. शीघ्र ही रत्न भंडार की मरम्मत व रत्नों की गिनती का कार्य प्रारंभ होगा. रत्न भंडार की स्थिति की जांच करने के लिए जीपीआर सर्वे किये जाने के साथ-साथ अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल किया जायेगा.

श्रीमंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को नि:शुल्क महाप्रसाद देने की है योजना

श्री हरिचंदन ने कहा कि पुरी श्रीमंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को नि:शुल्क महाप्रसाद उपलब्ध कराने के लिए योजना राज्य सरकार बना रही है. श्रद्धालुओं को नि:शुल्क महाप्रसाद वितरण के लिए दाताओं से संपर्क चल रहा है. पुरी श्रीमंदिर में प्रतिदिन 60 से 70 हजार श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए आते हैं. विभिन्न त्योहारों व अन्य विशेष तिथियों में दो से ढाई लाख श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं. सभी श्रद्धालुओं को महाप्रसाद प्रदान करने के लिए आनुषंगिक व्यवस्था तैयार करने पर चिंतन चल रहा है.

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