Odisha News: ओडिशा में अगले 48 घंटों में कई जिलों में आंधी-तूफान और भारी बारिश की संभावना

Odisha News: आइएमडी ने ओडिशा में अगले 48 घंटों में आंधी-तूफान और भारी बारिश की संभावना जतायी है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 25, 2024 11:22 PM

Odisha News: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के अनुसार, ओडिशा के कुछ जिलों में अगले 48 घंटों में 20 जिलों में आंधी-तूफान और भारी बारिश (7 से 11 सेमी) हो सकती है. बालेश्वर, भद्रक, मयूरभंज, क्योंझर, और सुंदरगढ़ जिले में यह बारिश होने की संभावना है. आइएमडी की भविष्यवाणी के अनुसार, गुरुवार को 21 जिलों में आंधी-तूफान के साथ बिजली गिरने और भारी बारिश (7 से 11 सेमी तक) होने की संभावना है. इनमें बालेश्वर, भद्रक, मयूरभंज, क्योंझर, अनुगूल, ढेंकनाल, देवगढ़, संबलपुर, झारसुगुड़ा, सुंदरगढ़, बरगढ़, नुआपाड़ा, बलांगीर, बौध, सोनपुर, केंद्रापड़ा, जगतसिंहपुर, पुरी, जाजपुर, कटक और खुर्दा शामिल हैं. क्षेत्रीय मौसम कार्यालय ने पूर्वानुमान लगाया कि 27 सितंबर को बालेश्वर, भद्रक, मयूरभंज, क्योंझर और सुंदरगढ़ जिलों के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश (7 से 11 सेमी) होने की संभावना है.

राउरकेला : लगातार बारिश से सर्द हुई हवा, कई स्थानों पर जलजमाव

राउरकेला में मंगलवार की शाम से मौसम का मिजाज बदलने के बाद बुधवार की सुबह से लेकर लगातार बारिश का दौर जारी रहा. जिससे जन-जीवन अस्त-व्यस्त रहा. लगातार बारिश से हवा सर्द होने से गुलाबी ठंड का अहसास भी होने लगा था. समाचार लिखे जाने तक झमाझम बारिश का दौर जारी था. हालांकि, लगातार बारिश की वजह से कई स्थानों पर जल जमाव भी देखा गया. वहीं बारिश के दौरान लोगों काे छाता लेकर, रेनकोट पहनकर तो भींगकर जाते हुए भी देखा गया. लगातार बारिश से रिंगरोड के कई स्थानों से लेकर शहर के निचले इलाकों में जलजमाव से लोगों को परेशानी हुई। यहां तक कि रघुनाथपाली पुलिस स्टेशन परिसर में भी जल जमाव देखा गया. इस लगातार बारिश से शहर के झारखंड सब्जी मार्केट, ट्रैफिक गेट मार्केट समेत अन्य बाजाराें में सब्जी विक्रेताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा.

बालेश्वर में बाढ़ प्रभावित परिवारों के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा

मुख्यमंत्री मोहन माझी के निर्देश के बाद बालेश्वर जिले के बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की गयी है. राज्य सरकार द्वारा घोषित सहायता में पूर्णतः क्षतिग्रस्त मकानों की तत्काल मरम्मत के लिए 1,20,000 रुपये, आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त पक्के मकानों के लिए 6,500 रुपये, आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त कच्चे मकानों के लिए 4,000 रुपये, क्षतिग्रस्त झोपड़ियों के लिए 8,000 रुपये तथा क्षतिग्रस्त गाय क रहने के स्थान के लिए 3,000 रुपये शामिल हैं. फसल और बागवानी में होने वाले नुकसान के लिए छोटे और सीमांत किसानों को उनकी खेती की जमीन के प्रकार के आधार पर वित्तीय सहायता दी जायेगी. विशेष रूप से उन्हें गैर-सिंचित क्षेत्रों के लिए 8,500 रुपये प्रति हेक्टेयर, सिंचित भूमि के लिए 17,000 रुपये प्रति हेक्टेयर और सभी प्रकार की बारहमासी फसलों के लिए 22,500 रुपये प्रति हेक्टेयर सहायता दी जायेगी. यह सहायता प्रति किसान दो हेक्टेयर तक उपलब्ध होगी. छोटे और सीमांत किसानों को विशिष्ट शर्तों के आधार पर वित्तीय सहायता मिलेगी. उनकी भूमि पर तीन इंच रेत जमा होने पर उन्हें प्रति हेक्टेयर 18,000 रुपये दिये जायेंगे, जिसमें न्यूनतम राशि 2,200 रुपये होगी. मछली तालाबों की मरम्मत और पुनरुद्धार के लिए भी 18,000 रुपये प्रति हेक्टेयर या न्यूनतम 2,200 रुपये प्रति हेक्टेयर की राशि उपलब्ध होगी.

भूस्खलन या नदी के मार्ग में बदलाव के कारण नुकसान पर 47,000 मुआवजा

ऐसे मामलों में जहां भूस्खलन या नदी के मार्ग में बदलाव के कारण कृषि भूमि को काफी नुकसान होता है, वहां किसानों को प्रति हेक्टेयर 47,000 रुपये मिलेंगे, साथ ही प्रति किसान न्यूनतम 5,000 रुपये की वित्तीय सहायता भी मिलेगी. मछुआरों को आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त नावों के लिए 6,000 रुपये, आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त जालों के लिए 3,000 रुपये, पूरी तरह से क्षतिग्रस्त नावों के लिए 15,000 रुपये, पूरी तरह से क्षतिग्रस्त जाल के लिए 4,000 रुपये तथा मछली बीज फार्मों को हुए नुकसान के लिए 10,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा दिया जायेगा. सरकार ने घरेलू डेयरी पशुओं के लिए भी वित्तीय सहायता की घोषणा की है. इसमें प्रति गाय 37,500 रुपये, प्रति बकरी या भेड़ 4,000 रुपये, प्रति बोझा पशु (जैसे बैल, बकरी या घोड़े) 32,000 रुपये तथा प्रति बछड़ा, गधा या खच्चर 20,000 रुपये शामिल है.

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