राउरकेला,टपरिया-बांकीबहाल मार्ग पर लगातार हो रहे हादसों से त्रस्त स्थानीय लोगों ने भारी वाहनों को यहां अधिकतम 20 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलाने की मांग की है. दरअसल विगत गुरुवार को सड़क हादसे में एक साइकिल सवार को टेलर ने कुचल दिया था. जिसके बाद गुस्साए लोगों ने शुक्रवार को आंदोलन शुरू कर दिया था. आंदोलन के बाद बलिंगा पुलिस चौकी के अधिकारी की मौजूदगी में विस्थापित गाड़ी मालिक संघ और स्थानीय लोगों ने स्थायी समाधान की मांग की थी. सड़क के आसपास रहनेवाले ग्रामीणों की अगुवाई कर रहे राजेंद्र नायक की ओर से कहा गया कि इस मार्ग पर अधिकतम 20 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से वाहन चलाने, सभी चौक पर सीसीटीवी कैमरा लगाने, ज्यादातर हादसे शाम 6 से 7 बजे के बीच हो रहे हैं, अत: इस समय वाहनों का परिचालन पूरी तरह से बंद रखने, दो वाहनों के बीच न्यूनतम 100 मीटर की दूरी सुनिश्चित करने को कहा गया है. इसके अलावा हादसे में घायल मधुसूदन जयपुरिया, जिसका इलाज सुंदरगढ़ जिला अस्पताल में चल रहा है, उसके इलाज का सारा खर्च वहन करने का आश्वासन गाड़ी मालिक संघ की ओर से दिया गया.
सड़क के दोनों ओर प्रकाश की व्यवस्था की जाये
टपरिया-बांकीबहाल मार्ग पर दोनों ओर स्ट्रीट लाइट लगाने, खनिज परिवहन के लिए अलग से सड़क का निर्माण, हादसों पर 100 फीसदी लगाम लगाने के प्रयास जैसे विषय पर चर्चा कर यह तय हुआ कि 15 दिन के अंदर प्रभावित गांवों के प्रतिनिधि और विस्थापित गाड़ी मालिक संघ जिला प्रशासन को इससे अवगत करायेंगे, ताकि जरूरी कदम उठाया जा सके. इन सभी चर्चाओं के बाद आंदोलन को वापस ले लिया गया. इस चर्चा में राधेश्याम गर्डिया, रमेश जयपुरिया, नेहरू प्रधान, गौरांग सा, कमल जयपुरिया, राजेश जयपुरिया, प्रदीप महानंदिया सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है