Rourkela News: आइसीएआइ राउरकेला को राष्ट्रीय स्तर पर सेकेंड बेस्ट शाखा का अवॉर्ड मिला
Rourkela News: आइसीएआइ राउरकेला शाखा की स्थापना 26 साल पहले हुई थी. पहली बार इस शाखा का राष्ट्रीय स्तरीय पुरस्कार मिला है.
Rourkela News: इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आइसीएआइ) की ओर से वर्ल्ड फोरम ऑफ एकाउंटेंट्स (डब्ल्यूओएफए) का आयोजन दिल्ली के यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में तीन दिनों के लिए किया गया. इसमें भारत सहित 46 देशों से करीब 7000 शिष्टमंडलों ने हिस्सा लिया. 31 जनवरी से दो फरवरी तक चले इस आयोजन का उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया. दो फरवरी की अपराह्न उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सभा को संबोधित किया.
26 वर्ष पहले हुई थी आइसीएआइ राउरकेला शाखा की स्थापना
समारोह के अंत में इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की काउंसिल एवं ब्रांचों को उनके कार्यों के लिए इंस्टिट्यूट के प्रेसिडेंट रंजीत अग्रवाल एवं वाइस प्रेसिडेंट चरणजीत सिंह नंदा ने पुरस्कृत किया. आइसीएआइ ईस्टर्न इंडिया रीजनल काउंसिल के अंतर्गत राउरकेला शाखा को राष्ट्रीय स्तर पर बेस्ट सेकेंड ब्रांच का अवॉर्ड मिला. राउरकेला ब्रांच की स्थापना 26 वर्ष पूर्व की गयी थी, लेकिन यह पहला मौका है, जब इसे नेशनल लेवल पर अवॉर्ड से नवाजा गया है.
चेयरमैन ने जतायी खुशी, बोले-सपना पूरा हुआ
ब्रांच के चेयरमैन अमित अग्रवाल ने इस पर खुशी जाहिर करते हुए इसे राउरकेला के सभी सीए के लिए एक ऐतिहासिक पल बताया. कहा कि इस पुरस्कार के साथ राउरकेला ब्रांच का 26 वर्षों का सपना पूरा हुआ है. इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन के अवसर पर चेयरमैन अमित अग्रवाल के अलावा वाइस चेयरमैन अनिल शर्मा, सचिव पंकज गर्ग, निवर्तमान चेयरमैन मनोज कुमार थेबरिया, निवर्तमान चेयरमैन जगदीश प्रसाद मित्तल, पूर्व चेयरमैन राकेश कुमार जैन, संदीप अग्रवाल, संजय मित्तल, रोशन लाल अग्रवाल, अखिल शाह, दीपक अग्रवाल, किशन अग्रवाल एवं शिवम दलानिया ने हिस्सा लिया.
राउरकेला : सखी-सहेली सम्मेलन में सुंदरगढ़ की दो लड़कियां सम्मानित
राज्य सरकार, यूनिसेफ और एक्शन एड के सहयोग से पुरी में आयोजित राज्य स्तरीय सखी-सहेली सम्मेलन में सुंदरगढ़ जिले की दो लड़कियों को सम्मानित किया गया है. लेफ्रीपाड़ा ब्लॉक की कुंती महाकुल और राउरकेला की चिरस्मिता नाथ को उनकी बहादुरी के लिए सम्मानित किया गया. इन दोनों ने अपना बाल विवाह को रोकने के बाद पढ़ाई जारी रखकर एक मिसाल कायम की है. महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त सचिव अनंत नारायण सिंह और यूनिसेफ ओडिशा प्रमुख विलियम जे हैनलोन ने उन्हें इस साहसिक कदम के लिए प्रशंसा पत्र दिया. जिला प्रशासन, महिला एवं बाल विकास विभाग, एक्शन एड और यूनिसेफ के सहयोग से ये लड़कियां अपना भविष्य बनाने में सफल हुईं.
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