Rourkela News: आरएमएचपी कर्मीसमूह ने अग्निशमन पंप हाउस के लिए अभिनव डिटैचेबल मोनो चैनल होइस्ट विकसित किया, मोटरों और पंपों का रखरखाव होगी आसान
Rourkela News: आरएमएचपी के कर्मचारियों ने अग्निशमन पंप हाउस में डिटैचेबल मोनो चैनल होइस्ट को डिजाइन कर कार्यान्वित किया है.
Rourkela News: राउरकेला इस्पात संयंत्र के रॉ मटेरियल हैंडलिंग प्लांट (आरएमएचपी) के उद्यमी कर्मचारियों ने अग्निशमन पंप हाउस में डिटैचेबल मोनो चैनल होइस्ट को सफलतापूर्वक डिजाइन कर कार्यान्वित किया है. 1000 किलोग्राम तक के भार को संभालने में सक्षम इस अभिनव समाधान का उद्देश्य पंप हाउस में मोटरों और पंपों के रखरखाव और शिफ्टिंग को सरल बनाना है, जिससे परिचालन दक्षता और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके. 17 जनवरी, 2025 को मुख्य महाप्रबंधक (आयरन) आतिश चंद्र सरकार ने डिटैचेबल मोनो चैनल होइस्ट का उद्घाटन किया. इस अवसर पर महाप्रबंधक प्रभारी (आरएमएचपी) जयदीप सेठी, महाप्रबंधक (मैकेनिकल) माधो बानरा, महाप्रबंधक (परिचालन) बी प्रभाकर शेंडे, महाप्रबंधक (इलेक्ट्रिकल) मनोज कुमार गिरी, महाप्रबंधक, प्रसन्ना कुमार नायक, उप महाप्रबंधक, प्रसेनजीत रे और विभाग के अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे.
कम श्रमशक्ति के साथ सुरक्षित और प्रभावी ढंग से स्थानांतरित किया जा सकेगा
प्रसेनजीत रे के नेतृत्व वाली टीम ने डिटैचेबल मोनो चैनल होइस्ट विकसित किया है. यह विशेष रूप से अग्निशमन पंप हाउस में आपात स्थितियों के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाता है, जहां पंप और मोटरों को निरंतर चालू रखना अत्यंत आवश्यक है. अपनी स्थापना के बाद से, पंप हाउस में रखरखाव की गतिविधियां जगह की कमी और पंपों को उठाने के लिए अनुपयुक्त होइस्ट स्थिति के कारण एक बड़ी चुनौती रही हैं. अब यह होइस्ट महत्वपूर्ण उपकरणों को कम से कम श्रमशक्ति के साथ सुरक्षित और प्रभावी ढंग से स्थानांतरित किया जा सकेगा. केवल दो व्यक्ति अब कम समय में यह कार्य कर सकेंगे, जिससे श्रम और समय की खपत में काफी कमी होगी.
पुराने पंप हाउसों के रखरखाव में मील का पत्थर है तकनीक
इस होइस्ट की एक प्रमुख विशेषता इसका डिटैचेबल डिजाइन है, जिसकी वजह से अब इसे केवल 10 मिनट में खोल कर यहां वहां लिया जा सकेगा और अन्य स्थानों पर भी इस्तेमाल के लिए अनुकूलित हो जायेगा. यह अनूठी तकनीक, आरएसपी में पुराने पंप हाउसों के रखरखाव कार्यों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जिनमें से कई 20 साल से अधिक पहले चालू किये गये थे. यह नवाचार सामग्री हैंडलिंग के पारंपरिक चलन को समाप्त कर एक सुरक्षित कार्य वातावरण को सुनिश्चित करेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है