Rourkela News : भारतीय शिक्षा एवं संस्कृति दुनिया में सबसे बेहतर : दुर्गाचरण तांती

Rourkela News : देश के पूर्व राष्ट्रपति, विशिष्ट शिक्षाविद् व मार्गदर्शक डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर गुरुवार को शहर के अलग-अलग स्थानों पर गुरु दिवस धूमधाम से मनाया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | September 5, 2024 11:52 PM

Rourkela News : देश के पूर्व राष्ट्रपति, विशिष्ट शिक्षाविद् व मार्गदर्शक डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर गुरुवार को शहर के अलग-अलग स्थानों पर गुरु दिवस धूमधाम से मनाया गया. सेक्टर-18 स्थित उपहार में रघुनाथपाली विधायक दुर्गाचरण तांती के प्रत्यक्ष तत्वावधान में गुरु दिवस मनाया गया. बतौर मुख्य अतिथि एनआइटी राउरकेला के निदेशक प्रोफेसर के उमा महेश्वर राव, मुख्य वक्ता म्युनिसिपल कॉलेज के प्राचार्य डॉ सनातन प्रधान, विशिष्ट अतिथि बीपीयूटी के कुलपति प्रो डॉ अमीय कुमार रथ, बिसरा ब्लॉक के बीइओ सदानंद प्रधान ने योगदान दिया. सेक्टर-6 हाई स्कूल के प्राचार्या सुष्मिता महापात्रा ने मंच संचालन किया. गुरु दिवस के अवसर पर सेक्टर-6 हाई स्कूल की शिक्षिका सुजाता जेना के मंत्रोच्चारण के साथ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के बाद सभी अतिथियों को रघुनाथपाली विधायक दुर्गा चरण तांती द्वारा शॉल ओढ़ाकर एवं पुष्प देकर सम्मानित किया गया.

भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान सर्वोपरि

सेक्टर-6 सरकारी उच्च विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा सभी शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं अतिथियों का फूल-मालाओं से अभिनंदन किया गया. सेक्टर-6 हाई स्कूल की छात्रा दीपिका रानी दास एवं साथियों के गुरु वंदना गायन के बाद रघुनाथपाली विधायक दुर्गा चरण तांती ने स्वागत भाषण में कहा कि भारतीय शिक्षा एवं संस्कृति दुनिया के किसी भी देश से बेहतर है. भारत के नालंदा विश्वविद्यालय में विदेशों से छात्र शिक्षा के लिए आते थे. भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान सर्वोपरि था. विदेशी संस्कृति के आगमन से हमारी शिक्षा नष्ट हो गयी. जब शिक्षा नष्ट हो जाती है, तो संस्कृति भी नष्ट हो जाती है. अब हमारी संस्कृति में गुरु की पूजा की जाती है, इसलिए आज का गुरु दिवस मनाना जरूरी है.

शिक्षकों को सदैव आत्मनिर्भर रहकर शिक्षा देनी चाहिए

मुख्य अतिथि एवं एनआइटी के निदेशक डॉ के उमा महेश्वर राव ने कहा कि विद्यार्थी झूठ बोलना सबसे पहले घर पर सीखता है और फिर इसे स्कूल में लागू करता है. आजादी के 77 साल बाद भी भारत आज एक विकासशील देश बना हुआ है. शिक्षकों को व्याख्यान देने के बहाने डॉ राव ने सत्यनिष्ठा और भ्रष्टाचार पर प्रकाश डाला. इन सभी परिस्थितियों में प्रधानमंत्री का आत्मनिर्भर भारत आज संभव नहीं है. गुरुओं और शिक्षकों को सदैव आत्मनिर्भर रहकर शिक्षा देनी चाहिए. शिक्षक बच्चों काे कच्ची मिट्टी के समान गढ़कर मनुष्य का निर्माण करता है. विशिष्ट अतिथि बिसरा ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने अपने भाषण में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला. बीपीयूटी के कुलपति प्रोफेसर डॉ अमीय कुमार रथ ने गुरु दिवस पर अपने भाषण में कहा कि शिक्षक और शिक्षिकाओं का सम्मान सर्वोपरि है और छात्रों और छात्राओं को अनुशासन सिखाना शिक्षकों की पहली जिम्मेदारी है. मुख्य वक्ता डॉ सनातन प्रधान ने डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को एक गुरु एवं शिक्षक के रूप में याद किया. अत: शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को इसी प्रकार प्रशिक्षित किया जाना चाहिए. अंत में जिला भाजपा अध्यक्ष लतिका पटनायक ने धन्यवाद ज्ञापित किया.

आरएसपी ने शहर के 96 वरिष्ठ शिक्षकों को किया सम्मानित

राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के निदेशक प्रभारी अतनु भौमिक ने गुरुवार को सिविक सेंटर में आरएसपी की नगर सेवाएं-शिक्षा इकाई द्वारा आयोजित रंगारंग शिक्षक दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक सच्चे नायक हैं जो हमारे भविष्य को गढ़ते हैं. यह समारोह भारत के दूसरे राष्ट्रपति और महान शिक्षक तथा दूरदर्शी लीडर, भारत रत्न डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित किया गया था. श्री भौमिक मुख्य अतिथि थे, जबकि पूर्व मुख्य वैज्ञानिक, सीएसआइआर-आइएमएमटी, भुवनेश्वर के प्रोफेसर डॉ राजा किशोर परमगुरु मुख्य वक्ता. इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) एसआर सूर्यवंशी, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) तरुण मिश्रा, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सामग्री प्रबंधन) अनिल कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वस्थ्य सेवा) डॉ जयंत आचार्य, मुख्य महाप्रबंधक (नगर प्रशासन एवं सीएसआर) पीके स्वांई, प्रधानाचार्य (आइवीएम) डॉ एस त्रिपाठी, प्रधानाचार्य (आइइएमएस, सेक्टर -20) सुश्रीता दास, मुख्य महाप्रबंधकगण और आरएसपी के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी और राउरकेला के बड़ी संख्या में शिक्षक और छात्र उपस्थित थे. निदेशक प्रभारी ने डॉ परमगुरु और राउरकेला के विभिन्न स्कूलों के 96 पूर्व शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को सम्मानित किया. श्री भौमिक ने राउरकेला के शीर्ष रैंकिंग वाले छात्रों को 32वें सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक प्रदर्शन पुरस्कार से भी सम्मानित किया.

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