Rourkela News: स्मार्ट सिटी में सड़कों के अलावा शहर के कुछ प्रमुख स्थानों पर 600 कैमरे लगाये गये हैं. 26 किलोमीटर तक फाइबर ऑप्टिक बिछाया गया है. लेकिन अधिकतर सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे हैं. इन कैमरों को सक्रिय करने की पहल हो रही है. राउरकेला के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट और स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीइओ आशुतोष कुलकर्णी ने इस समस्या के बारे में केंद्र सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय को सूचित किया है. उन्होंने कहा कि शहर में लगे सीसीटीबी कैमरों का रखरखाव स्मार्ट सिटी लिमिटेड के जिम्मे है. रखरखाव ठीक से नहीं होने पर आधे से अधिक कैमरे सॉफ्टवेयर समस्याओं के कारण काम नहीं करते. सॉफ्टवेयर को अपडेट करने की जिम्मेदारी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड की है. दो साल से शहर की सीसीटीवी कैमरा व्यवस्था ठीक नहीं हो सकी है.
दो साल से बंद पड़े हैं कैमरे
राउरकेला शहर के भीड़भाड़ वाले बस स्टैंड, ट्रैफिक गेट, हनुमान वाटिका स्ट्रीट, मधुसूदन मार्ग स्ट्रीट, नाला रोड, डेली मार्केट, उदितनगर, स्टेशन इलाके में लगे अधिकांश सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे हैं. शहरवासियों की सुविधा के लिए लाखों रुपये खर्च किये गये, लेकिन इस व्यवस्था का कोई लाभ नहीं मिल रहा है. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड जैसी महारत्न कंपनी कैमरा सिस्टम ठीक से नहीं कर पाती. यह स्थिति एक दिन या एक महीने से नहीं बल्कि दो साल से बनी हुई है.अगले तीन महीने में सुधार की उम्मीद
हालांकि कहा जा रहा है कि तीन माह में सीसीटीवी कैमरे व्यवस्थित हो जायेंगे. एडीएम द्वारा इसकी पहल कर केंद्र सरकार को सूचित किये जाने के बाद उम्मीद है कि इस पर जल्द ही कोई निर्णय लिया जायेगा और काम शुरू होगा. लेकिन जिस तरह से अतीत का अनुभव हैं, उससे शहरवासियों में इसे लेकर संशय देखा जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है