राउरकेला. राउरकेला स्मार्ट सिटी लिमिटेड की निदेशक मंडली की 27वीं बैठक शुक्रवार को आयोजित की गयी. राउरकेला स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत विभिन्न विकास परियोजनाओं को कैसे लागू किया जाये और शहर के विकास को शीर्ष पर ले जाया जा सके, इस पर चर्चा की गयी. विकास आयुक्त अनु गर्ग और आवास और शहरी विकास विभाग की प्रधान सचिव उषा पाढ़ी ने बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में शहर में संचालित विभिन्न विकास परियोजनाओं की समीक्षा की गयी. कार्यान्वयन की गयी परियोजनाओं को बनाये रखने और उनका उपयोग कर सरकार कैसे अधिक से अधिक राजस्व प्राप्त कर सकती है, इस पर चर्चा की गयी. साथ ही निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गयी और परियोजना कार्य में आ रही बाधाओं को दूर कर तय समयसीमा के अंदर काम पूरा करने पर जोर दिया गया. इनमें इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर, राउरकेला वन, कोयलनगर में निर्माणाधीन मनोरंजन पार्क तथा प्रसिद्ध वेदव्यास पीठ के सुधार पर चर्चा की. बैठक में सुंदरगढ़ जिलापाल मनोज सत्यवान महाजन, राउरकेला स्मार्ट सिटी के कार्यकारी अधिकारी आशुतोष कुलकर्णी सहित अन्य विभागीय अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
सिग्नेचर परियोजना है ‘राउरकेला-वन’
‘राउरकेला वन’ राउरकेला स्मार्ट सिटी की सिग्नेचर परियोजना है. इस परियोजना में तीन इमारतें शामिल हैं, जिनमें राउरकेला नगर निगम स्मार्ट सिटी का कमांड कंट्रोल सेंटर, ट्राइबल म्यूजियम और सिटी ऑडिटोरियम और कन्वेंशन सेंटर. राउरकेला स्मार्ट सिटी बिल्डिंग का कमांड कंट्रोल सेंटर सुरक्षा, यातायात, प्रबंधन, आपातकालीन व्यवस्था, आपातकालीन आपदा और राउरकेला नगर निगम के मौजूदा नियंत्रण कक्ष के बारे में सभी सूचनाओं को एक ही इमारत में संग्रहित करने के लिए एक जगह प्रदान करेगा. ट्राइबल म्यूजियम मुख्य आकर्षण होगा. म्यूजियम में ओडिशा की ट्राइबल संस्कृति और ट्राइबल हेरिटेज से जुड़ी चीजें रखी जायेंगी. म्यूजियम स्थल पर हॉकी हॉल ऑफ फेम भी विकसित किया जायेगा. सिटी ऑडिटोरियम और कन्वेंशन सेंटर में एक गोलाकार मंच के साथ लगभग 1500 लोगों की क्षमता वाला ऑडिटोरियम होगा. इसमें वीडियो और लाइव परफॉर्मेंस दोनों की सुविधा होगी. ऑडिटोरियम को विश्वस्तरीय बनाने के लिए अपेक्षित मंच, बैकड्रॉप चेंजिंग रूम, पर्दे, वीडियो स्क्रीन, प्रोजेक्टर, स्टेज लाइटिंग, ध्वनिक ट्रीटमेंट आदि की व्यवस्था भी की जा रही है. लेकिन इस परियोजना का कार्य अब तक पूरा नहीं हुआ है. परियोजना शुरू होने के बाद से अब तक हॉकी विश्वकप का आयोजन भी हो चुका है, लेकिन यह परियोजना पूरी नहीं हो पायी है.
कोयलनगर रीक्रिएशन पार्क का काम भी अधूरा
इसी तरह रीक्रिएशन पार्क कोयलनगर का निर्माण भी अब तक पूरा नहीं हो पाया है. कोयलनगर में निर्माणाधीन यह एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसके पूरा होने पर शहर में मनोरंजन स्थलों की शृंखला में एक और नाम जुड़ जायेगा. लेकिन इस परियोजना की रफ्तार काफी धीमी है.
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