आंधी-तूफान से विमान सेवा प्रभावित, एक घंटे विलंब से कोलकाता की फ्लाइट ने भरी उड़ान
काल बैसाखी के प्रभाव में गुरुवार शाम तेज हवा चलने के कारण राउरकेला से कोलकाता की विमान सेवा प्रभावित रही. करीब एक घंटे बाद हवा की रफ्तार कम होने पर विमान कोलकाता रवाना हुआ.
राउरकेला. राउरकेला एयरपोर्ट काे पूरी तरह से एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआइ) को नहीं सौंपने के कारण इस एयरपोर्ट का पूर्ण विकास नहीं हो पा रहा है. इस वजह से इसे पूर्णांग एयरपोर्ट का दर्जा भी नहीं मिल पा रहा है. जिससे यहां पर विमान सेवा को नियमित व व्यवस्थित करने का काम भी बाधित है. यही कारण है कि यहां पर कभी खराब मौसम की वजह से फ्लाइट कैंसल हो जाती है, तो कभी विलंब से उड़ान भरती है. इसका खामियाजा इलाज, परीक्षा, नाैकरी समेत अन्य जरूरी कार्य के लिए फ्लाइट से जाना पसंद करने वाले यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है.
हवा की गति 40 नॉटिकल माइल प्रति घंटा होने के कारण नहीं उड़ा विमान
गुरुवार शाम काल बैसाखी के प्रभाव में चली आंधी के कारण राउरकेला से कोलकाता की फ्लाइट एक घंटा विलंब से रवाना हुई. जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. गुरुवार को राउरकेला-भुवनेश्वर-कोलकाता की फ्लाइट कोलकाता से राउरकेला पहुंची थी. जिसके बाद राउरकेला से भुवनेश्वर जाने के बाद वापस राउरकेला लौटी थी. राउरकेला से इस फ्लाइट को शाम 4:20 बजे काेलकाता के लिए उड़ान भरनी थी. उसी समय काल बैसाखी के प्रभाव से तेज हवा चलने लगी. पायलट ने हवा की गति 40 नॉटिकल माइल प्रति घंटा होने से विमान उड़ाने से मना करते हुए डीजीसीए को सूचित किया था. इस वजह से कोलकाता जानेवाली यात्रियों को यह आशंका थी कि अब यह फ्लाइट कोलकाता तक जायेगी अथवा कैंसल हो जायेगी.
एक घंटा बाद विमान रवाना होने पर लोगों ने ली राहत की सांस
जिसके बाद हवा की गति 15 नॉटिकल माइल प्रति घंटा होने से पायलट ने एक घंटे विलंब से राउरकेला से कोलकाता के लिए विमान लेकर रवाना हुआ. जिससे यात्रियों ने राहत की सांस ली. लेकिन यहां पर अक्सर ऐसी समस्या होती है. यात्रियों का कहना है कि इस समस्या का समाधान करने के लिए इस एयरपोर्ट को पूर्णांग एयरपोर्ट का दर्जा दिलाना जरूरी है.
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