Rourkela News: राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के सतर्कता विभाग की ओर से दो दिवसीय लर्निंग फ्रॉम इच-अदर (एलइओ) कार्यशाला इंडो-जर्मन क्लब के स्पेक्ट्रम हॉल में शुरू हुई. एलइओ कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में आरएसपी के निदेशक प्रभारी (डीआइसी) अतनु भौमिक, मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ-सेल) एसएन गुप्ता, मुख्य सतर्कता अधिकारी (महानदी कोल फील्ड्स -एमसीएल) पीके पटेल, कार्यपालक निदेशक (सतर्कता) एके पांडे और मुख्य महाप्रबंधक (सतर्कता) एवं अतिरिक्त मुख्य सतर्कता अधिकारी एस प्रहराज उपस्थित थे. कार्यशाला में सेल की विभिन्न इकाइयों से 30 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं. दो दिवसीय कार्यशाला ‘आरोप पत्र तैयार करना’ विषय पर केंद्रित है तथा इसका उद्देश्य इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में प्रतिभागियों के ज्ञान एवं कौशल को बढ़ाना है.
कार्यों में उच्चतम मानकों को बनाये रखने की आवश्यकता
श्री भौमिक ने कार्यशाला के प्रतिनिधियों का स्वागत किया. कहा कि अपनी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता, सत्यनिष्ठा और जवाबदेही लाने से हम अधिक सतर्क संगठन बनेंगे. हमें अपने कार्यों में सत्यनिष्ठा और व्यावसायिकता के उच्चतम मानकों को बनाये रखने की आवश्यकता है. इस कार्यशाला के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला संवाद में शामिल होने तथा सतर्कता में सर्वोत्तम प्रथाओं के तरीकों की खोज करने का एक अमूल्य अवसर प्रस्तुत करती है. एसएन गुप्ता ने संगठन में एक सांस्कृतिक परिवर्तन लाने पर जोर दिया और कहा कि संगठन में एक सतर्क संस्कृति अपनायी जानी चाहिए, जहां आरोप पत्र की बिल्कुल भी आवश्यकता न हो. हालांकि, कभी- कभी यदि आरोप पत्र बनाये जाते हैं, तो उन्हें ठीक से तैयार किया जाना चाहिए और आरोपों को स्पष्ट रूप से संप्रेषित किया जाना चाहिए. किसी भी मामले की उचित जांच के लिए एक अच्छी तरह से तैयार किया गया आरोप पत्र बहुत आवश्यक है.
एक-दूसरे के अनुभवों से सीखना है उद्देश्य
पीके पटेल ने इस तरह की कार्यशाला आयोजित करने में आरएसपी सतर्कता विभाग की पहल की सराहना की. एके पांडे ने कहा कि इस कार्यशाला में हमारा उद्देश्य आरोप पत्र तैयार करने की अनिवार्यताओं में गहराई से उतरना और एक-दूसरे के पिछले अनुभवों से सीखना है. एस प्रहराज ने स्वागत भाषण दिया. सहायक महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन-क्रय) सुस्मिता तिर्की ने उद्घाटन समारोह का मंच संचालन किया. इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) तरुण मिश्र, कार्यपालक निदेशक प्रभारी (वर्क्स) आलोक वर्मा, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) एके बेहुरिया, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) अनिल कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा) डॉ जेके आचार्य तथा सतर्कता विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.
मुख्य सतर्कता अधिकारी ने आरएसपी के विभागों का किया दौरा
उद्घाटन सत्र के बाद, मुख्य सतर्कता अधिकारी और कार्यपालक निदेशक (सतर्कता) ने संयंत्र का दौरा किया. आलोक वर्मा संयंत्र के दौरे के लिए गणमान्यों के साथ शामिल हुए. दौरे की शुरुआत ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग के मॉडल रूम से हुई, जहां अतिथियों को आरएसपी के लेआउट डिजाइन दिखाये और समझाये गये. इस अवसर पर सुरक्षा पर एक लघु वीडियो भी दिखाया गया. इसके बाद रॉ मैटेरियल हैंडलिंग प्लांट, ब्लास्ट फर्नेस-5, सिंटरिंग प्लांट-3, कोक ओवन बैटरी-7 साइट और हॉट स्ट्रिप मिल-2 का दौरा किया गया. इनमें से प्रत्येक इकाई में संबंधित मुख्य महाप्रबंधक, विभागाध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया और उन्हें उत्पादन और प्रदर्शन की स्थिति से अवगत कराया. दोपहर में, मुख्य सतर्कता अधिकारी, सेल ने निदेशक प्रभारी, आरएसपी के साथ मंथन सम्मेलन कक्ष में आरएसपी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया.
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