बामड़ा ,
राज्य सरकार के सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के आदेश का विरोध कर लोकमुक्ति संगठन ने मंगलवार को पीडब्ल्यूडी आइबी से रैली निकालकर नगर परिक्रमा की और बामड़ा तहसील कार्यालय पहुंचकर कार्यालय का घेराव और प्रदर्शन किया. लोकमुक्ति संगठन ने भू संस्कार कानून के तहत गरीब आदिवासियों द्वारा अतिक्रमण किए गौर सरकारी जमीन को उनके नाम करने की मांग रखी थी. संगठन अध्यक्ष पात्र बाघ की अगुआई में प्रतिवाद सभा का आयोजन किया गया. प्रतिवाद सभा में संगठन के सलाहकार अनंत,संयोजक जिनिद समद,संबलपुर जिला परिषद चेयरमैन बीजेडी नेता कुमुदिनी नायक,जिला परिषद मेंबर कृष्णचंद्र टपो, पूर्व ब्लॉक चेयरमैन प्रदीप मिश्र,कांग्रेस नेता खतूनाथ पिंग,केदारनाथ बारीहा, सगरा समिति मेंबर हबील एक्का,सरपंच गोलापी बाघ,गोबिंदपुर सरपंच बिमल लकरा समेत संगठन के नेताओं ने राज्य सरकार द्वारा सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के आदेश को गैरकानूनी बताया और कहा सरकार सभी अतिक्रमणों का जांच कर जमीन पट्टा मुहैया करने का मांग रखा था। सरकार ये आदेश को शीघ्र वापस लेने की मांग रखी थी वक्ताओं ने प्रतिवाद सभा के बाद छह सूत्री मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन को तहसीलदार दिलीप प्रधान को सौंपा था. 1032 भूमिहीन ग्रामीणों द्वारा सरकारी जमीन का अतिक्रमण किये जाने और उसक पट्टा बनाने को लेकर फॉर्म नंबर एक में ब्योरा के साथ तहसीलदार दिलीप प्रधान को सौंपा. प्रधान ने सभी 132 फार्म का जांच कर कारवाई का भरोसा दिया. –डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है