राउरकेला, शहर के अलग-अलग जगन्नाथ मंदिरों से निकली रथयात्रा में मौसीबाड़ी पहुंचने के बाद महाप्रभु जगन्नाथ की भाई-बहन संग सोमवार को बाहुड़ा यात्रा में घर वापसी हुई. लेकिन अपने साथ मौसीबाड़ी न ले जाने से रुष्ट मां लक्ष्मी ने उन्हें घर में प्रवेश नहीं दिया. जिससे दाे दिनों तक महाप्रभु जगन्नाथ भाई-बहन संग रथ पर ही रहेंगे. 17 जुलाई को बड़ एकादशी व सुनावेश कार्यक्रम होगा. 18 जुलाई को रथ पर अधरपणा की परंपरा का निर्वहन होगा. आगामी 19 जुलाई को महाप्रभु जगन्नाथ मां लक्ष्मी को मनाने के बाद नीलाद्रि बिजे में महाप्रभु की रत्न सिंहासन बिजे होगी. शहर के अलग-अलग मौसीबाड़ी से वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच छेरा पहंरा की परंपरा का निर्वहन करने के बाद महाप्रभु जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व भाई बलभद्र को पहंडी बिजे कर रथ पर आरुढ़ कराया गया. इसके बाद बाहुड़ा रथयात्रा निकाली गयी. सेक्टर-5 स्थित गुंडिचा मंदिर मौसीबाड़ी से श्री जिऊ को रथ पर आरुढ़ कराने के बाद बाहुड़ा रथयात्रा निकाली गयी. इस दौरान श्री जिऊ का दर्शन करने तथा रथ खींचने का पुण्य प्राप्त करने के लिये भक्तों में खासा उत्साह देखा गया. वहीं रथ पर पूजा कराने को लेकर भी भक्तों में होड़ लगी रही. इसके अलावा छोटे-छोटे बच्चों को रथ की रस्सी छुआने के लिये भी अभिभावकों में उत्साह देखा गया. यहां से बाहुड़ा रथयात्रा निकलने के बाद रिंगरोड के आमबागान चौक, राउरकेला हाउस चौक, सेक्टर-20 पानी टंकी चौक, सेक्टर-2 बीजू पटनायक चौक से होकर सेक्टर-3 स्थित अहिराबंध जगन्नाथ मंदिर पहुंची. उसी प्रकार रेलवे स्टेशन परिसर संकटमोचन मंदिर मौसीबाड़ी से निकली बाहुड़ा रथयात्रा वहां से निकलने के बाद मधुसूदन चौक, मुख्य मार्ग, डेली मार्केट, आंबेडकर चौक से होकर उदितनगर स्थित जगन्नाथ मंदिर के पास पहुंची. इन दोनों रथयात्रा में बहन सुभद्रा का रथ महिलाओं की ओर से खींचा गया. वहीं सेक्टर-20 डी ब्लॉक मौसीबाड़ी से कोयलनगर जगन्नाथ मंदिर, सेक्टर-8 मौसीबाड़ी से सेक्टर-6 जगन्नाथ मंदिर, कलिंग विहार मौसीबाड़ी से देवविहार जगन्नाथ मंदिर, मालगोदाम मौसीबाड़ी से बसंती कॉलोनी जगन्नाथ मंदिर समेत अन्य अन्य स्थानों पर स्थित मौसीबाड़ी से बाहुड़ा रथयात्रा निकाली गयी. इस रथयात्रा में बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ जुटी थी. इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये गये थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है