2000 निवेशकों से 50 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में पोंजी फर्म का एमडी गिरफ्तार
आर्थिक अपराध शाखा, ओडिशा ने मंगलवार को निवेशकों से 50 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में वे टू ऐड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक (एमडी) को गिरफ्तार कर लिया
भुवनेश्वर.
आर्थिक अपराध शाखा, ओडिशा ने मंगलवार को निवेशकों से 50 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में वे टू ऐड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक (एमडी) को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान भद्रक के कंडागार्डी के मोहन कुमार परिदा के रूप में की गयी है. उसे चांदबली से पकड़ा गया. इओडब्ल्यू की एक विज्ञप्ति के अनुसार, कलिंगानगर, भुवनेश्वर के छीता रंजन पालो की लिखित शिकायत पर कंपनी और उसके एमडी, जिनके पास एमबीए की डिग्री है, और अन्य के खिलाफ उन्हें और कई अन्य निवेशकों को उच्च रिटर्न के लिए प्रेरित करने के लिए मामला दर्ज किया गया था. विज्ञप्ति में बताया गया है कि ईओडब्ल्यू जांच से पता चला कि विभिन्न योजनाओं – ऑटोपूल पैकेज, बूस्टिंग पैकेज के तहत निवेशित राशि पर तीन महीने के लिए 26% प्रति माह ब्याज, नए सदस्यों को नामांकित करने पर उन्हें 2% बोनस देने का भी वादा किया गया था. एक निवेशक को 2,500 रुपये जमा करके योजनाओं में शामिल होना आवश्यक था जो कि वापसी योग्य नहीं है. इसके बाद उसे एक लॉगिन आइडी दी गयी जिसके तहत वह कमीशन/बोनस के लिए तीन और व्यक्तियों को नामांकित कर सकता था. शुरुआत में उन्हें आयुर्वेदिक उत्पाद 500 रुपये में दिए जा रहे थे, जो बाद में बंद कर दिए गए. उनका भरोसा जीतने के लिए कुछ शुरुआती रिटर्न भी दिए गए. हालांकि, एमडी ने योजनाओं, कंपनी कार्यालय को अचानक बंद कर दिया और ओडिशा में 2000 निवेशकों से 50 करोड़ रुपये इकट्ठा करने के बाद भाग गए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है