Rourkela News: सोशल मीडिया एप ग्राइंडर के जरिये दोस्ती करने के बाद युवक को झांसे में लेकर उसे सुनसान इलाके में बुला पिस्तौल दिखाते हुए बदमाशों ने अपने खाते में रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिये थे. इसके बाद इन रुपयों को आपस में बांट लिया. अपनी तरह की इस अनूठी ठगी की शिकायत ब्राह्मणीतरंग थाना में 29 अक्तूबर को दर्ज करायी गयी थी. जिसके बाद पीड़ित से पूरी जानकारी लेकर पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू की. अलग-अलग तथ्यों के आधार पर पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया. सभी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. मीडिया से बात करते हुए एसडीपीओ उपासना पाढ़ी ने यह जानकारी दी. कहा कि शातिरों ने डेटिंग एप के जरिये पहले पीड़ित को फंसा लिया. डेटिंग एप के जरिये शातिरों को पीड़ित का नंबर मिल गया. जिस पर संपर्क कर शातिरों ने उसे एक सुनसान इलाके में बुलाया. जहां पिस्तौल दिखाकर पीड़ित से 20 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिये थे. आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इनके पास से करीब नौ हजार रुपये बरामद कर लिया है.
इन आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
अर्जुन चौधरी (बालूघाट), सुब्रत बेहेरा (लेबर टेनामेंट), सोनू ठाकूर (बालूघाट बस्ती), अभिषेक शर्मा (वेदव्यास), मनोज कुमार बेहेरा (गंगाधरपाली), अनादीचरण बेहेरा (रघुनाथपल्ली), राजेश राउत (व्यासनगर), जयदेव प्रधान (लाठीकटा).
आरोपियों के पास से बरामद सामान
9565 रुपये नकद, सात मोबाइल, देशी पिस्टल, एक बाइक, एक स्कूटी.10-12 वारदातों को दे चुके हैं अंजाम
एसडीपीओ उपासना पाढ़ी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी गिरोह बनाकर इस तरह की वारदात को अंजाम दे रहे थे. अभी तक 10 से 12 मामले पुलिस की जानकारी में आये हैं, जिसमें लोगों को इस तरह से शिकार बनाया गया. इनमें रघुनाथपल्ली के दो और छेंड का एक मामला भी शामिल हैं. कई लोग तो बदनामी के भय से शिकायत भी नहीं कर रहे हैं. जिसका फायदा यह शातिर उठा रहे थे.पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
1. सोशल मीडिया एप पर किसी से संपर्क करते समय अपनी निजी जानकारी साझा करने से बचें. अपने फोन नंबर, बैंक डिटेल्स, घर का पता आदि साझा नहीं करें.2. किसी अंजान से मिलने के लिए सार्वजनिक स्थलों का चुनाव करें ना कि सुनसान.
3. संदिग्ध प्रोफाइल्स से सतर्क रहें. लोगों को ठगने के लिए सोशल मीडिया पर ऐसे अपराधी सक्रिय हैं.4. ऐसी किसी वारदात का शिकार होने पर तत्काल इसकी शिकायत करें, ताकि दूसरे लोग ऐसे अपराधियों से बच सकें.
5. ऐसे किसी भी मामले में पीड़ित को शर्म करने की जरूरत नहीं है. वे पुलिस के पास पहुंचें और शिकायत दर्ज करायें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है