Sambalpur News: पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से बामड़ा वाइल्ड लाइफ रेंज अंतर्गत केसईबहाल-जराबगा सड़क का चौड़ीकरण कराया जा रहा है. इसमें नियोजित ठेका संस्था की ओर से बामड़ा वाइल्ड लाइफ रेंज के तहत आने वाले जंगल जमीन से 50 से ज्यादा पेड़ काटने की शिकायत वन विभाग को मिली थी. इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए ठेका संस्था के दो कर्मचारियों महुलपाली थाना पानपोष गांव के झसकेतन साहू और अनुगूल जिला हण्डपा गांव के अभिमन्यु राउल को गिरफ्तार कर कुचिंडा चालान किया गया है. बामड़ा वाइल्ड लाइफ रेंज की ओर से केस नंबर 70 और 71 में दो मामले दर्ज किये गये हैं. काटे गये साल, महुआ, आम समेत अन्य कीमती पेड़ को विभाग की ओर से जब्त कर घटना की जांच की जा रही है. इस सड़क का निर्माण पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से कराया जा रहा है. सड़क चौड़ीकरण में रोड़ा बन रहे पेड़ों को कटाने की अनुमति नहीं होने के बावजूद ठेका संस्था की ओर से गैरकानूनी तरीके से पेड़ों को काटा गया था. रेंजर दीपक महानंद ने बताया बेशकीमती प्रजाति के पेड़ों को बिना अनुमति के काटना जुर्म है.
12 करोड़ की लागत से 10 किमी लंबी सड़क का होना है चौड़ीकरण
2023-24 आर्थिक वर्ष में केसाईबहाल से जराबगा तक 10 किमी लंबी सड़क के चौड़ीकरण का ठेका झारसुगुड़ा जिला के बागडीही अंचल की एक संस्था को मिला है. 12 करोड़ 82 लाख 82 हजार 518 रुपये के इस कार्य को ठेकेदार द्वारा छह महीने पूर्व बिना सूचना फलक लगाये शुरू कर दिया गया है. पीडब्ल्यूडी विभाग ने भी इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया है. करोड़ों की लागत से बन रही सड़क के निर्माण में पारदर्शिता को लेकर लोगों में संशय देखा जा रहा है. बुधवार रात ठेकेदार के निर्देश पर आठ-दस श्रमिकों ने कटर से 50 से ज्यादा पेड़ काट दिये थे. शुक्रवार सुबह वन विभाग को इसकी जानकारी मिलने पर बामड़ा रेंज पारिमुंडा निकतीमॉल और खोलबिलुंग सेक्शन के फॉरेस्टर मौके पर पहुंच काटे गये पेड़ो को जब्त किया था.
ठेकेदार और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों पर हो सकती है कार्रवाई
वन विभाग की ओर से बताया गया है कि अभी ठेका संस्था के दो मुंशी को गिरफ्तार किया गया है. जांच पड़ताल के बाद ठेकेदार और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी. पीडब्ल्यूडी विभाग के बामड़ा सेक्शन के जूनियर इंजीनियर गिरधारी नायक से संपर्क करने पर उन्होंने कहा मुझे पेड़ काटे जाने की कोई जानकारी नहीं है. असिस्टेंट एक्जीक्यूटिव इंजीनियर नवीन बागे से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि हमने वन विभाग को पेड़ काटने के संबंध में पत्र लिखा था. बिना मंजूरी के ठेकेदार ने पेड़ काटा है, तो इसके लिए ठेकेदार जिम्मेदार होंगे. खूब शीघ्र साइट पर सूचना फलक लगा दिया जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है