Bhubaneswar News: प्रख्यात जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती राज्य स्तर पर भव्य तरीके से राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनायी जायेगी. यह निर्णय लोक सेवा भवन में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक में मंगलवार देर शाम लिया गया. राष्ट्रीय स्तर पर 2021 से बिरसा मुंडा की जयंती राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनायी जा रही है. इस बार चौथा वर्ष मनाया जायेगा. इस फैसले के मुताबिक बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर से पूरे साल मनायी जायेगी. जनजातीय कला, संस्कृति, विरासत, इतिहास, शिक्षा और कौशल विकास तथा स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जायेगा और उनकी आजीविका की रक्षा और आर्थिक विकास के लिए कदम उठाये जायेंगे. बैठक के निर्णय के अनुसार, साल भर चलने वाले इस समारोह का उद्घाटन 15 नवंबर को राउरकेला में होगा. उद्घाटन के दौरान पूरे सप्ताह विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों पर लघु फिल्मों की स्क्रीनिंग के साथ सफल जनजातीय हस्तियों को भी सम्मानित करेगा. इसके साथ ही वन अधिकार कानून का वेब पोर्टल लॉन्च कर पट्टे आवंटित किये जायेंगे. इसके साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जायेगा.
जनजातीय कारीगरों के उत्थान के लिए आयोजित होंगे कई कार्यक्रम
वर्ष भर के कार्यक्रमों में जनजातीय हस्तशिल्प और दस्तकारी पर विभिन्न कार्यक्रम, जनजातीय कारीगरों के विभिन्न उत्पादों के प्रचार और विपणन के लिए कार्यक्रम, सिकल सेल एनीमिया के बारे में जागरूकता, जनजातीय कवियों और लेखकों का सम्मेलन, वन अधिकार कानूनों पर कार्यशालाएं, पारंपरिक स्वास्थ्य देखभाल का प्रसार शामिल हैं. आदिवासियों का ज्ञान सम्मेलन आदि आयोजित किये जायेंगे. इसके साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा अन्य कार्यक्रम भी तैयार किये जायेंगे. कार्यक्रम को राजधानी भुवनेश्वर के साथ जिला स्तर पर भी चलाया जायेगा. बैठक में इस वर्ष भुवनेश्वर के जनजातीय मेला को बड़े पैमाने पर आयोजित करने का निर्णय लिया गया.जनजातीय समुदायों की आर्थिक प्रगति पर जोर दिया
बैठक में मुख्यमंत्री माझी ने कला, संस्कृति और शिक्षा पर विभिन्न कार्यक्रमों के साथ-साथ जनजातीय लोगों की आर्थिक प्रगति पर जोर दिया. मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों के समन्वय से उनकी आजीविका की रक्षा के लिए कदम उठाने की सलाह दी. बैठक में मुख्य सचिव मनोज आहूजा, विकास आयुक्त अनु गर्ग, मुख्यमंत्री के अपर प्रधान सचिव निकुंज बिहारी धल, अपर प्रधान सचिव, गृह एवं वन एवं पर्यावरण सत्यव्रत साहू, प्रधान सचिव, अनुसूचित जनजाति, जाति कल्याण विष्णुपद सेठी, पंचायतीराज एवं पेयजल विभाग के मुख्य प्रशासनिक सचिव सुशील कुमार लोहानी सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है